धुरी यादव हत्‍याकांड : शूटरों की पहचान के लिए दूसरे जिले से संपर्क करेगी पुलिस Bhagalpur news

बदमाशों ने 4 नवंबर 2019 की शाम करीब छह बजे धुरी यादव को गोली मारी। जिस समय उन्हें गोली मारी गई कई लोगों वहां मौजूद थे। लेकिन पुलिसिया जांच में कोई भी कुछ नहीं बता रहे।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 01:52 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 01:52 PM (IST)
धुरी यादव हत्‍याकांड : शूटरों की पहचान के लिए दूसरे जिले से संपर्क करेगी पुलिस Bhagalpur news
धुरी यादव हत्‍याकांड : शूटरों की पहचान के लिए दूसरे जिले से संपर्क करेगी पुलिस Bhagalpur news

भागलपुर [जेएनएन]। चार नवंबर को उर्दू बाजार में चिरंजीवी यादव उर्फ धुरी यादव की हत्या मामले में आठवें दिन भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। मामले की जांच कर रही एसआइटी ने सीसीटीवी कैमरे में कैद भाड़े के शूटरों और अन्य संदिग्धों की पहचान के लिए शहर के अलग-अलग हिस्सों में काम कर रही है। भागलपुर पुलिस भाड़े के शूटरों की पहचान के लिए दूसरे जिलों से भी संपर्क करेगी। पुलिस शूटरों की सीसीटीवी में कैद फुटेज अन्य जिलों के पुलिस के साथ साझा करेगी। सीसीटीवी कैमरे में जो फुटेज पुलिस को मिले हैं उसमें दो शूटरों की पहचान हो गई है। लेकिन एक अन्य पर अब तक संशय बना हुआ है।

सादे लिबास में इलाके की निगरानी कर रही पुलिस

एसआइटी में शामिल पुलिस उर्दू बाजार समेत आसपास के इलाकों में सादे लिबास में निगरानी कर रही है। पुलिस धुरी यादव की हत्या के बाद वहां हो रही गतिविधियों पर लगातार नजर रख रही है। पुलिस की जांच में आया है कि धुरी की हत्या में उर्दू बाजार के कुछ लोगों का भी हाथ है। जिसने हत्या में लाइनर की भूमिका निभाई है। उर्दू बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने पर भी पुलिस को कई संदिग्धों की तस्वीर मिली है।

धुरी के पुराने करीबियों के संपर्क में है पुलिस

धुरी हत्याकांड में पुलिस उनके कुछ पुराने लोगों के संपर्क में है। पुलिस उनकी कुंडली खंगाल रही है। एसएसपी ने आधा दर्जन से ज्यादा बिंदुओं पर एसआइटी को जांच का निर्देश दिया है। पार्टी में शामिल अफसरों को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं। तकनीकी टीम में शामिल अफसरों ने कड़ी से कड़ी जोडऩा शुरु किया है। लेकिन अब तक कोई ठोस सबूत पुलिस के हाथ मास्टरमाइंड के विरुद्ध नहीं लगे हैं।

बगैर सुबूत संदिग्धों से पूछताछ में परहेज कर रही पुलिस

पुलिस को धुरी हत्याकांड में जिन लोगों पर शक है, उसमें से कई स्थानीय हैं। लेकिन पुलिस बगैर सुबूत संदिग्धों से पूछताछ में परहेज कर रही है। पुलिस इस ताक में है कि हत्या में शामिल भाड़े के शूटरों के पकडऩे के बाद उनसे मिली जानकारी के आधार मास्टरमाइंड पर हाथ डालेंगे। अब तक इस मामले में आधा दर्जन संदिग्ध लोगों की पहचान की गई है। जिनकी की भूमिका इस हत्याकांड में हो सकती है।

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