बांका में लूट: बेलहर में सीएसपी संचालक से हथियार के बल पर अपराधियों ने लूटे 2.46 लाख रुपये
बांका में अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ गया है। दो बाइक पर सवार पांच बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम। अपराधियों ने दो लाख 46 हजार रुपये लूट लिए। विरोध करने पर सीएसपी संचालक से अपराधियों ने पीट दिया।
संवाद सूत्र, बेलहर (बांका)। बेलहर-बांका मुख्यमार्ग स्थित शिवलोक और खड़ौधा नहर के बीच चानोडीह मोड़ समीप गुरुवार शाम दो बाइक पर सवार पांच हथियारबंद लुटेरों ने निमियां गांव के सीएसपी संचालक बासुदेव कुमार साह से 2.46 लाख रुपये की लूट की है। सभी लुटेरे घटना के बाद बदुआ पूर्वी नहर के रास्ते श्रीनगर आदिवासी टोला होते हुए केंदुआझरना के रास्ते भाग निकले।
लुटेरों को पकडऩे के लिए संचालक सहित कुछ स्थानीय लोगों ने जिलेबिया पहाड़ तक पीछा किया, लेकिन सभी जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले। लूटी गई राशि यूको बैंक शाखा साहबगंज से निकासी कर वापस निमियां गांव स्थित घर जाने में घटना को अंजाम दिया। घटना के समय लुटेरों और संचालक के बीच धान खेत में हाथापाई भी हुई है।
संचालक के अनुसार उसका सीएसपी निमियां अमहारा मोड़ पर है। वह यूको बैंक शाखा साहबगंज से उक्त राशि निकासी कर आ रहे थे। इसी क्रम में शाम पांच बजे के करीब चानोडीह मोड़ के करीब पीछे से आ रहे बाइक सवार लुटेरों में से एक ने पीछे से सिर में पिस्टल के बट से वार कर दिया। जिसके चलते वह बाइक लेकर धान खेत में गिर गया। इसके बाद दो लुटेरा खेत में उतर गया और रुपयों से भरा बैग छीनने लगा।
विरोध करने पर फिर पिस्टल के बट से छाती पर वार किया। जिसके चलते बैग से पकड़ ढील हो गई। और बैग लेकर लुटेरा धान खेत के रास्ते भागकर सड़क पर चढ़कर भाग गए। एक लाल रंग की दूसरी काले रंग की पैशनप्रो बाइक पर सवार थे। इस संबंध में थानाध्यक्ष बिनोद कुमार ने बताया कि पुलिस लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
84 हजार रुपये गबन मामले में एक पर केस
समूह ऋण सहित अन्य कार्यो के लिए संचालित भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लि कंपनी के एक कर्मचारी द्वारा कंपनी का पैसा गबन कर लिया है। इसको लेकर कंपनी के शाखा प्रबंधक उमाशंकर कुमार ने थाना में आवेदन देकर कर्मचारी दीप प्रभात सिंंह पर केस किया है। दीप प्रभात जमुई जिले के सिकंदरा का रहनेवाला है।
पुलिस से बताया नामजद कर्मचारी फिल्ड स्टाफ के रूप में काम कर रहा है। 25 जून 2021 को वह कार्यालय को सूचना दिए बिना अपने घर चला गया। उसकी अनुपस्थिति में कम्पनी के अमरजीत कुमार उनका कार्यभार देख रहे थे। इस दौरान जांच में पाया गया कि नामजद कर्मचारी ने कंपनी के 11 केंद्रों के 24 सदस्यों को झूठा प्रलोभन देकर लोन खर्च, बीमा खर्च, प्रीपेमेंट एवं कलेक्शन आदि से 84,628 रुपए की वसूली कर फरार हो गया है। कार्यालय द्वारा नामजद कर्मचारी को गबन की गई राशि को जमा करने की बात कही गई। लेकिन नामजद कर्मचारी ने पैसा जमा करने से मना कर दिया। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।