Floods in Bhagalpur : आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने आयुक्त व डीएम को भेजा पत्र
भागलपुर और नवगछिया में प्रतिवर्ष बाढ़ से लोग परेशान रहते हैं। जिला प्रशासन ने बाढ़ से बचाव की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने आयुक्त और डीएम को पत्र भेजा है।
भागलपुर, जेएनएन। इस बार बाढ़ के दौरान ड्रोन से निगरानी होगी। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रमंडलीय आयुक्त और डीएम को पत्र लिखकर बाढ़ एवं अन्य आपदाओं के दौरान खोज एवं बचाव के लिए ड्रोन का उपयोग करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि बाढ़ एवं अन्य आपदाओं के समय खोज एवं बचाव के दौरान होने वाली कटिनाइयों को देखते हुए ड्रोन के उपयोग की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
बाढ़ के दौरान नाव यात्रियों सहित बह कर दूर चला जाता है। सुदूर क्षेत्रों में फंसे रहने के कारण इसकी जानकारी नहीं हो पाती है। इस कारण राहत एवं बचाव कार्यों में कठिनाई उत्पन्न होती है। अन्य आपदाओं में भी लोगों के फंसे होने पर उनकी स्थिति जानकारी भी ड्रोन की मदद से प्राप्त की जा सकती है। ड्रोन के परिचालन के संबंध में पूर्व से गाइडलाइन निर्गत है। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव का पत्र मिलने के साथ ही विभाग ने ड्रोन से निगरानी के लिए तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि अभी जिले में बाढ़ की स्थिति पैदा नहीं हुई है। नवगछिया इलाके के कुछ प्रखंडों में कोसी नदी का कटाव जरूर शुरू हो गया है। बावजूद इसके जिला प्रशासन ने संभावित बाढ़ को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी है।
बाढ़ से बचाने के लिए तैनात होंगे गोताखोर
बाढ़ से बचाने के लिए जिले में 105 गोताखोर तैनात होंगे। 84 गोताखोरों की ट्रेनिंग पूरी हो गई है। शेष बचे गोताखोरों को भैरवा तालाब में ट्रेनिंग दी जाएगी। रेड क्रॉस सोसाइटी के आपदा प्रभारी मनोज कुमार पांडे के अनुसार तीनों अनुमंडल में एसडीआरएफ के माध्यम से गोताखोरों का ट्रायल लिया गया। गोराडीह सनहौला शाहकुंड को छोड़कर शेष प्रखंडों में हर बार बाढ़ आती है। इस बार बाढ़ के दौरान जगह-जगह गोताखोर तैनात रहेंगे। उन्होंने बताया कि बाढ़ राहत शिविर में इस बार व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है। दिव्यांगों की सूची तैयार की जा रही है।