Top Bhagalpur News of the day, 12th September 2019, युवक ने की आत्महत्या, सृजन घोटाला, नगर निगम
Top Bhagalpur News of 12th September 2019। भागलपुर की टॉप Top Three खबरें। ताजातरीन खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।
भागलपुर [जेएनएन]। 12th September 2019 को जिले की कुछ महत्वपूर्ण खबरें।
युवक ने की आत्महत्या
गेर में एक युवक माता-पिता की मृत्यु का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया और जहर खाकर खुदकुशी कर ली। घटना अपने आप में आश्चर्यचकित करने वाला है कि जहां लोग मां बाप को बोझ समझते हैं वहीं एक पुत्र द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम देना अपने आप में अनूठा मामला साबित हो रहा है। मृतक युवक लाल दरवाजा विषहरी स्थान निवासी सुनील पासवान का 25 वर्षीय पुत्र आकाश कुमार है। उसके पिता सुनील पासवान की मृत्यु 20 दिन पूर्व हो चुकी थी, जबकि मां की मृत्यु 2 वर्ष पूर्व हुई थी। मां की मृत्यु के बाद से ही आकाश मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगा था। वह बार-बार मां को याद कर रोने लगता था। इन 2 वर्षों में आकाश मां की मृत्यु को नहीं भूल पा रहा था कि 20 दिन पूर्व अचानक उसके पिता सुनील पासवान की भी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि मां की मृत्यु के बाद से वह अपने चाचा रमेश पासवान के साथ रहता था। जो कि एक चापानल मिस्त्री है। जबकि उसकी छोटी बहन ईशा चंडीगढ़ में अपने बड़े चाचा के साथ रहती है।
सृजन घोटाला
करोड़ों के सृजन घोटाले में भागलपुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के तत्कालीन क्लर्क संतोष कुमार सिन्हा ने सीबीआइ की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में 25 सितंबर तक के लिए बेउर जेल भेज दिया। सुप्रीम कोर्ट ने आरोपित की अग्रिम जमानत खारिज कर दी थी। ट्रायल कोर्ट में आत्मसमर्पण का निर्देश दिया था। सीबीआइ ने मामले में 2017 में प्राथमिकी दर्ज की थी। मामले में आरोपित सिन्हा सहित भागलपुर जिला परिषद के तत्कालीन जिला विकास आयुक्त प्रभात कुमार सिन्हा और तत्कालीन नाजिर राकेश कुमार, इंडियन बैंक के तत्कालीन प्रबंधक देव शंकर मिश्रा, सहायक प्रबंधक प्रवीण कुमार, वरुण कुमार और सुब्रत दास, तत्कालीन क्लर्क राम कृष्ण झा और अजय कुमार पांडेय, बैंक ऑफ बड़ौदा के तत्कालीन वरीय प्रबंधक नवीन कुमार, तत्कालीन सहायक प्रबंधक अमरेंद्र प्रसाद साहू, बैंक अधिकारी अतुल रमण और सृजन महिला विकास समिति की तत्कालीन प्रबंधक सरिता झा के खिलाफ 16 दिसंबर 2018 को आरोपपत्र दायर किया था। सीबीआइ के अनुसार इस मामले में आरोपितों ने 2009 से लेकर 2017 के बीच विभिन्न सरकारी योजनाओं का 31 करोड़ 73 लाख 98 हजार रुपये सरकारी खाते से फर्जी तरीके से सृजन के खाते में स्थानांतरित करा दिया। सभी पर बाद में सृजन के खाते से रुपये निकाल आपस में बांट लेने का भी आरोप है।
नगर निगम
शहर की मेयर के खिलाफ पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव की मुहिम पर अल्पविराम लग जाने के बाद अब पूर्णविराम की कवायद में बैठकों और मान-मनौव्वल का दौर जारी है। इसी कड़ी में मेयर सीमा साहा और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने पार्षदों के साथ बैठक की। इसमें पार्षदों ने कई प्रस्ताव रखे, जिस पर सहमति भी बनी। पार्षदों की इस चेतावनी के साथ कि अमल नहीं होने पर अविश्वास प्रस्ताव का विकल्प खुला है। दरअसल, निगम में तीन गुटों की अलग-अलग सियासत में मेयर व डिप्टी मेयर के पदों पर नए चेहरे की कवायद भी है। इसे देखते हुए सत्तारूढ़ खेमा सक्रिय हो गया है। यह बैठक पार्षदों के समर्थन की नुमाइश के रूप में देखी जा रही है।