शिवम की मौत से बुझ गया घर का चिराग, दुर्घटना या हत्या के बीच उलझा है मामला
इकलौते पुत्र शिवम की मौत से मुकेश सिंह के घर का चिराग ही बुझ गया है। व़ह ऑटो रिक्शा चलाकर बेटा का इंसान बनाना चाहता था। बीए पार्ट वन में पढ़ता था शिवम। शिवम की मौत दर्घटना और हत्या के बीच उलझा हुआ है। जो पुलिस के लिए चुनौती है
जागरण संवाददाता, लखीसराय । बड़हिया रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे लाइन पर से शनिवार को लय निवासी मुकेश सिंह के इकलौते पुत्र शिवम कुमार का शव बरामद होने के बाद से लोग हतप्रभ हैं। परिवार पर तो विपत्ति का पहाड़ ही टूट पड़ा है। इकलौते पुत्र शिवम की मौत से मुकेश सिंह के घर का चिराग ही बुझ गया है। अपने पुत्र को पढ़ा-लिखाकर कुछ बनाने की तमन्ना लेकर मुकेश सिंह अपने परिवार के साथ विद्यापीठ चौक पर किराए के मकान में रहकर ऑटो रिक्शा चलाकर गुजर-बसर करते हैं।
शिवम ने इस बार बीए पार्ट वन में नामांकन कराया था परंतु ईश्वर की मर्जी कुछ और ही थी। शुक्रवार की शाम शिवम कुमार बड़हिया रामशरण टोला स्थित ननिहाल जाने की बात कहकर घर से निकला। इसके बाद विद्यापीठ चौक से अपने दो अन्य मित्रों के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर बड़हिया की ओर गया। दोनों मित्र की मानें तो वे लोग शिवम को बड़हिया स्थित नागवती स्थान में उतारकर वापस लौट आया। पिता से रात के करीब सात बजे एवं बहन से रात के करीब नौ बजे शिवम की मोबाइल से बात भी हुई।
शिवम ने बताया कि वह ननिहाल नहीं गया है। एक घंटा में घर लौट आएगा। परंतु रविवार की सुबह उसके मोबाइल पर फोन लगाने पर उसकी मौत की ही खबर मिली। इधर मृतक के पिता मुकेश ङ्क्षसह, दादा मोहन ङ्क्षसह, सूर्यगढ़ा प्रखंड के उप प्रमुख चाचा सुजय कुमार, पूर्व मुखिया सह जिला परिषद प्रतिनिधि पंकज कुमार, मुन्ना ङ्क्षसह आदि ग्रामीणों की मानें तो शिवम कुमार की हत्या कर दुर्घटना साबित करने के उद्देश्य से अपराधियों द्वारा शव को बड़हिया रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे लाइन पर डाल दिया।
शिवम के रेलवे लाइन पर जाने का कोई औचित्य ही नहीं है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक से मिलकर मामले की जांच कराने की मांग की है। इधर शिवम के शव का पोस्टमार्टम करने वाले सदर अस्पताल के चिकित्सक निशांत कुमार निराला ने बताया कि शिवम के सिर के पीछे के भाग में एवं पैर में चोट के निशान हैं। सिर में चोट लगने के कारण ही उसकी मौत हुई है। फिलहाल शिवम की मौत हत्या एवं दुर्घटना के बीच उलझा हुआ है। शिवम के मोबाइल कॉल की जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ सकती है।