डॉ. जगन्नाथ मिश्र का भागलपुर से रहा है गहरा लगाव, टीएनबी कॉलेज से किए थे स्नातक Bhagalpur News

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र का 19 अगस्‍त को निधन हो गया। डॉ. जगन्नाथ मिश्र का भागलपुर से बेहद लगाव रहा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Mon, 19 Aug 2019 02:18 PM (IST) Updated:Mon, 19 Aug 2019 03:13 PM (IST)
डॉ. जगन्नाथ मिश्र का भागलपुर से रहा है गहरा लगाव, टीएनबी कॉलेज से किए थे स्नातक Bhagalpur News
डॉ. जगन्नाथ मिश्र का भागलपुर से रहा है गहरा लगाव, टीएनबी कॉलेज से किए थे स्नातक Bhagalpur News

भागलपुर [नवनीत मिश्र]। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र टीएनबी कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई की थी। वे वर्ष 1954 में कॉलेज के पश्चिमी छात्रावास में रहते थे और अर्थशास्त्र ऑनर्स की पढ़ाई करते थे। छात्रावास के कैंटिन में ही उनका भोजन होता। ऑनर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद भागलपुर में पीजी की पढ़ाई नहीं होने के कारण वे मुजफ्फरपुर चले गए और लंगट सिंह महाविद्यालय में पीजी अर्थशास्त्र में नामांकन ले लिया। परीक्षा पास करने के बाद वे उसी कॉलेज में प्राध्यापक बन गए।

 डॉ. जगन्नाथ मिश्र के काफी करीबी रहे टीएनबी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो. ज्योतिन्द्र चौधरी ने बताया कि टीएनबी कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई करने के कारण डॉ. जगन्नाथ मिश्र का भागलपुर से गहरा लगाव था। उनके आमंत्रण पर कॉलेज के स्थापना दिवस पर डॉ. मिश्र 2001 में टीएनबी कॉलेज आए थे। वे उनके आवास पर ही ठहरे थे। कॉलेज के कार्यक्रम में पहुंचने के बाद वे काफी भावुक भी हो गए थे। वे पश्चिमी छात्रावास सहित कॉलेज कैंपस का भ्रमण किया था और अपनी पुरानी यादों को लोगों के साथ साझा किया था।

1989 में भागलपुर में हुए दंगे के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ डॉ. मिश्र भागलपुर आए थे।उन्होंने लोगों को आपसी भाईचारे के साथ रहने के लिए कहा था। 2013 में आचार संहिता के उलंघन के मामले में कोर्ट में पेशी के लिए भागलपुर आए थे।

प्रो. चौधरी ने बताया कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. शिवचंद्र झा और पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद भी टीएनबी कॉलेज में ही पढ़े थे। आपस में नहीं बनने के बावजूद डॉ. मिश्र का भागलपुर से गहरा लगाव था। वे एक बार किसी से मिल लेते थे तो वर्षों याद रखते थे। वे सभी को नाम से बुलाते थे।

उन्हें कांग्रेस का टिकट दिलाने के लिए पीबी नरसिम्हा राव से मिलने चले गए थे। उनके ही कहने पर भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट का भाजपा प्रत्याशी अश्विनी चौबे के खिलाफ चुनाव लडऩे का मौका मिला। डॉ. मिश्र जिन्हें पहचानते थे, उन्हें देखते ही अपनी गाड़ी रोक देते थे और हालचाल पूछने के बाद ही आगे बढ़ते थे। छोटे और बड़े कार्यकर्ताओं के बीच अंतर नहीं समझते थे। वे लोगों से व्यक्तिगत रूप से जुड़ जाते थे।

पांच कॉलेजों का कराया था सरकारीकरण

डॉ. जगन्नाथ मिश्र के मुख्यमंत्री रहने के दौरान सबौर कृषि कॉलेज सहित भागलपुर विश्वविद्यालय से जुड़े पांच कॉलेजों का सरकारीकरण हुआ था। टीएनबी लॉ कॉलेज, सबौर कॉलेज, मदन अहिल्या कॉलेज, जमालपुर कॉलेज और खगडिय़ा महिला कॉलेज को अंगीभूत किया गया था।

डॉ. जगन्नाथ मिश्र जब भी वे भागलपुर आते थे तब वे ​बूढ़ानाथ ​मंदिर जाकर मत्था टेकना नहीं भूलते थे। वे कहते थे कि यहां पूजा करने से मन को आध्यत्मिक संतुष्टि मिलती है। बूढ़ानाथ ​मंदिर के पुजारी सुनील झा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि बूढ़ानाथ ​मंदिर आकर वे आत्मीय भाव से हमलोगों से मिला करते थे। 
 

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