सृजन घोटाला : बैंकों ने सीधे सृजन के खाते में डाल दी राशि, रिपोर्ट में हुआ खुलासा Bhagalpur News

डीडीसी के माध्यम से जांच रिपोर्ट डीएम तक पहुंच गई है। जांच में अधिकारियों और कर्मचारियों को क्लीन चिट दी गई है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Sun, 28 Jul 2019 01:51 PM (IST) Updated:Sun, 28 Jul 2019 05:08 PM (IST)
सृजन घोटाला : बैंकों ने सीधे सृजन के खाते में डाल दी राशि, रिपोर्ट में हुआ खुलासा Bhagalpur News
सृजन घोटाला : बैंकों ने सीधे सृजन के खाते में डाल दी राशि, रिपोर्ट में हुआ खुलासा Bhagalpur News

भागलपुर [जेएनएन]। डीएम के आदेश पर डीडीसी ने सृजन घोटाले से जुड़े मामले की जांच के लिए बनाई गई पांच सदस्यीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी। डीडीसी के माध्यम से जांच रिपोर्ट डीएम तक पहुंच गई है। जांच में अधिकारियों और कर्मचारियों को क्लीन चिट दी गई है।

कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इंडियन बैंक के एक और बैंक ऑफ बड़ौदा के छह बैंक खातों से सृजन के खाते में राशि जमा की गई है। 20 करोड़ 26 लाख 18 हजार रुपये चेक के माध्यम से माध्यम में इन बैंकों में तो जमा हुए हुए, लेकिन डीडीसी के बैंक खातों में राशि हस्तांतरित न होकर सृजन के खाते में भेज दिया गया। इसी प्रकार तीन करोड़ पांच लाख 81 हजार 175 रुपये 65 पैसे 24 विभिन्न बैंक खातों में बंद करने के बाद ड्राफ्ट बैंक में जमा किया गया। यह राशि डीडीसी के खाते में ट्रांसफर न होकर सृजन के खाते में भेज दिया गया। 52 करोड़ 26 चेक के माध्यम से बैंकों में जमा किए गए और वहां से राशि सृजन के खाते में चली गई। 26 चेकों में 23 चेक इंडियन बैंक से संबंधित थे। यह राशि 12 दिसंबर 2006 से 22 अक्टूबर 2009 के बीच जमा हुए थे।

इस अवधि में डीडीसी लक्ष्मी प्रसाद चौहान, गजानन मिश्र, लेखा पदाधिकारी गिरिजेश प्रसाद श्रीवास्तव, निरंजन कुमार झा, शिव नारायण सिंह थे। इनसे मिलता जुलता हस्ताक्षर चेक पर अंकित है। इससे यह साबित नहीं हो पा रहा है कि चेक पर इन अधिकारियों के ही हस्ताक्षर थे। अरुण कुमार और अमरेंद्र कुमार यादव नजारत के प्रभार में थे। अमरेंद्र कुमार यादव 17 फरवरी 10 से 11 फरवरी 13 तक नाजिर थे। तीन चेक बैंक ऑफ बड़ौदा से संबंधित थे, जिसकी जांच सीबीआइ के पास कागजात रहने के कारण नहीं हो पाई। डीआरडीए प्रशासन मद में केंद्रांस की राशि बैंक ऑफ बड़ौदा के खाता संख्या 13124 में हस्तांतरण के लिए 42 लाख आठ हजार स्टेट बैंक से भेजा गया।

सात करोड़ 33 लाख 28 हजार 549 रुपये एसजीआरवाइ के इंडियन बैंक खाता संख्या 90102 से मनरेगा के इंडियन बैंक के खाता संख्या 730305580 में हस्तांतरित किया गया। बैंकों ने फर्जी तरीके से यह राशि सृजन के खाते में हस्तांतरित कर दिया। कमेटी ने राशि हस्तांतरण के लिए सीधे-सीधे बैंक को जिम्मेदार ठहराया है।

कमेटी में डीआरडीए के लेखा पदाधिकारी राकेश कुमार, अंकेक्षण प्रबंधक रविशंकर, लेखा पदाधिकारी सुधांशु शेखर सिंह, नाजिर मंजित कुमार राय, अकेक्षण घनश्याम कुमार यादव थे।

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