Corona effect : पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल के जिलों में असरदार नहीं रहा लॉक डाउन

Corona effect भागलपुर पूर्व बिहार कोसी और सीमांचल के जिलों में किराना और मेडिकल दुकानें छोड़कर सभी तरह की दुकानें बंद रहीं। लेकिन लोगों का आवाजाही बंद नहीं रहा।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Mon, 23 Mar 2020 02:44 PM (IST) Updated:Mon, 23 Mar 2020 02:44 PM (IST)
Corona effect : पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल के जिलों में असरदार नहीं रहा लॉक डाउन
Corona effect : पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल के जिलों में असरदार नहीं रहा लॉक डाउन

भागलपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री की अपील पर रविवार को जनता कर्फ्यू का लोगों ने समर्थन किया था। वहीं, आज से शुरू हुए लॉकडाउन पूरी तरह असरदार नहीं दिखा। पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल के जिलों में किराना और मेडिकल दुकानें छोड़कर सभी तरह की दुकानें बंद रहीं। लेकिन लोगों का आवाजाही बंद नहीं रहा। वाहन चलते रहे। सड़कों पर बड़ी संख्या में वाहन नजर आ रहे है। लॉक डाउन का असर कहीं नजर नहीं दिखा। कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में 31 मार्च तक लॉक डाउन घोषित कर रखा है। इसके तहत आवश्यक सेवा को छोड़ अधिकांश सरकारी महकमों, स्कूलों व कॉलेजों में पूर्ण अवकाश घोषित किया हुआ है। सात ही बस व रेल सेवा भी बंद हो गई है। कल दिनभर घर में बैठने वाले लोग आज सुबह शहर में निकल पड़े। लोगों में दूध खरीदने को मारामारी मच गई। इसी तरह अन्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानों पर भी खरीदारी करने लोग उमड़ पड़े। वहीं आवश्यक वस्तुओं के अलावा भी अन्य सामान की कई दुकानें भी खुलना शुरू हो गई है। हालांकि पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पूरी तरह से बंद है, लेकिन सड़कों पर प्राइवेट वाहन बड़ी संख्या में नजर आ रहे है। खाद्य सामग्रियों की भी खूब कालाबाजारी हुई। किराना दुकानदारों ने आटा, चीनी की कीमतें बढ़ा दी है। आलू, प्याज के भी कीमत बढ़ गई है।

अररिया में लॉक डाउन का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। बाजारें खुली हुई है। बाजारों में खरीददारी करने लोगों की भीड़ उमड़ गई है। प्रशासन की ओर से 11 बजे के बाद से माइकिंग कर लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है। जरूरी कार्य से ही निकलने की सलाह दी जा रही है। लेकिन इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ रहा है। निजी वाहन, टेम्‍पो और रिक्शा आदि समान्य दिनों की तरह ही चल रही है। आलू, प्याज और हरी सब्जी की कीमतों में काफी उछाल आ गया है।

लॉक डाउन का नहीं दिख रहा असर

भागलपुर में लॉक डाउन का कोई असर नहीं है। आम दिन की ही तरह लोग खुलेआम सड़कों को धूम रहे हैं। निजी वाहनों के अलावा टेम्‍पो, रिक्‍शा आदि का परिचालन जारी है। लोग केवल दूसरे जिले में जाने से परहेज कर रहे हैं। हालांक‍ि बाजार पूरी तरह बंद है। जिले प्रशासन के घर से बाहर नहीं निकलने की अपील का कोई असर नहीं दिख रहा है। प्रशासन ने बसों के परिचालन पर रोक लगा दी है। ज्‍यादातर लोग घरों में जरूरत की सामग्री जुटाकर रखने के लिए बाहर निकल रहे हैं। सब्‍जी का मुख्‍य बाजार बंद है। इस कारण सब्‍जी के मूल्‍यों में काफी इजाफा हो गया है। खलीफाबाग चौक, तिलकमांझी, वेरायटी चौक, कोतवाली चौक, आदमपुर चौक, नाथनगर, भागलपुर रेलवे स्‍टेशन परिसर पर भीड़ लगी है।

किशनगंज में अब तक लॉक डाउन का कोई असर नहीं दिख रहा। सुबह से बाजार में खरीदारी को लेकर लोगों की भीड़ लगी है। लोगों में खाद्य सामग्री जुटाने की होड़ लगी है। निजी वाहन, ऑटो व ई रिक्शा वैगरह का परिचालन आम दिनों की तरह है। सब्जियों के भाव बढ़ गए हैं। हालांकि दोपहर से प्रशासन के द्वारा माइकिंग कर लोगों को सरकार के निर्देश पर लॉकडाउन का पालन करने की अपील की जा रही है। जगह-जगह पुलिस द्वारा गांधीगिरी करते हुए हाथ जोड़कर लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।

सुपौल में लाॅक डाउन माखौल जैसा दिखा। आवश्यक सामग्री की दुकानों को छोड़कर बाकी दुकानें बंद रही। लेकिन वाहनों की आवाजाही रही। मोटरसाइकिल तो धड़ल्ले डबल-ट्रिपल लोड में चलते रहे। चौक चौराहों पर चाय-पान की दुकानें भी खुली हैं। 

मधेपुरा में लॉकडाउन का पहले दिन असरदार नहीं

बिहार में लॉकडाउन का पहला दिन उतना असरदार नहीं दिख रहा है। शहर की देखकर लग रहा कि लोग अभी लॉक डाउन को समझ नहीं पाए हैं। पहले दिन सुबह लॉक डाउन का उल्लंघन किया गया। बाद में डीएम एसपी ने सड़क पर उतरकर दुकानों को बंद कराया। वहीं प्रखंडों की भी स्थिति इसी प्रकार की थी। उदाकिशुनगंज व आलमनगर में प्रशासन ने दुकानों को बंद कराया।

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