Corona effect : सोचा ना समझा, लॉकडाउन के नाम पर 80 रुपये किलो खरीद लिया आटा

अभी तक कहीं तक ये बातें जांच में सामने नहीं आई है कि कोरोना जैसा वायरस पन्नों के जरिए किसी के शरीर में प्रवेश किया हो। दरअसल यह वायरस संक्रमित मनुष्य से संपर्क से फैलता है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Wed, 25 Mar 2020 04:08 PM (IST) Updated:Wed, 25 Mar 2020 04:08 PM (IST)
Corona effect : सोचा ना समझा, लॉकडाउन के नाम पर 80 रुपये किलो खरीद लिया आटा
Corona effect : सोचा ना समझा, लॉकडाउन के नाम पर 80 रुपये किलो खरीद लिया आटा

भागलपुर [आनंद कुमार सिंह]। मंगलवार रात आठ बजकर 20 मिनट हुए हैं। 21 दिनों के संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की जा रही है। इसी समय बरारी चौक की ओर सैकड़ों महिला-पुरुष दौड़ते नजर आ रहे हैं। आलू दे दो, प्याज दे दो, आटा दे दो। कल तक 15 रुपये किलो बिकने वाला आलू 40 रुपये किलो बिक रहा है। प्याज भी 45-50 के भाव पर है। आटा लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही हवा में उड़ गया।

रात आठ बजकर 35 मिनट, स्थान तिलकामांझी चौक। आटा हर दुकान से समाप्त है। लोग झोला लेकर जरूरी सामान खरीद रहे हैं। थोड़ा आगे रात आठ बजकर 40 मिनट पर हटिया रोड का नजारा देखते हैं। एक दुकान पर आटा 80 रुपये किलो बिक रहा है। पांच किलो का पैकेट 400 रुपये में है। एक लड़की प्रतिवाद करती है-भइया, इतना महंगा आटा। दुकानदार कहता है-कल लीजिएगा कफ्र्यू के बीच में। इतना बोलने के साथ वह लड़की के 500 रुपये का नोट जमीन पर फेंक देता है। लड़की रुंआसी होकर रुपये उठाकर अपनी मां को फोन लगाती है-आटा 80 रुपये किलो मिल रहा है, नहीं लिया। डेटाल हैंडवॉश में भी दुकानदार 10 रुपये अधिक ले रहा है। यहां पूरी तरह से लूट हो रही है। लोगों को भयभीत कर उसके आटे की कई बोरियां मिनटों में तिगुनी कीमत पर बिक जाती हैं। यहां जिसे जो मिला, उसने वही लाद लिया। किसी ने एक बोरी आलू तो किसी ने आटे की जगह मैदा ही ले लिया। मो. शफीक एक दुकान पर आटा बंटता देखकर पहुंचते हैं, लेकिन तब तक दुकानदार आटा बेच चुका होता है। निराश होकर दूसरे दुकान पर वह पूछते हैं-आटा है, चावल है? दुकानदार काफी अकड़ के साथ आंखें तरेरते हुए नहीं कह देता है। शफीक निराश होकर कहते हैं-तब पांच किलो चूड़ा ही दे दो।

रात नौ बजे भीखनपुर चौक का नजारा देखते हैं। यहां हर दुकान से आटा खत्म है। कुछ दुकानदारों ने शटर गिरा रखे हैं। ये अंदर में कुछ ग्राहकों को जमा कर सामान दे रहे हैं। ग्राहक परेशान हो रहे हैं। वे दुकान दर दुकान पूछ रहे हैं-आटा, चावल। हर जगह से उन्हें नहीं में ही जबाव मिलता है। कोई बच्चे के डिब्बाबंद दूध के लिए परेशान हो रहा है तो कोई सरसों तेल खोज रहा है। भीखनपुर चौक पर ही एक दवा दुकान में आम तौर पर 20 रुपये में बिकने वाला मास्क 150 रुपये में बिक रहा है। लोग वहां भी उमड़े पड़े हैं। कुल मिलाकर दुकानदारों ने मंगलवार रात को दो घंटे के समय का जमकर फायदा उठाया।

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