पीजी विभागों में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू, 16 की जगह 20 पेपर की होगी पढ़ाई

एकेडमिक काउंसिल ने ग्रामीण अर्थशास्त्र एवं सहकारिता विभाग, गांधी विचार विभाग, अंबेडकर विचार और अंगिका विभाग के विभागाध्यक्ष को सीबीसीएस पाठ्यक्रम को लेकर सिलेबस तैयार करने कहा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 09:31 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 09:50 AM (IST)
पीजी विभागों में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू, 16 की जगह 20 पेपर की होगी पढ़ाई
पीजी विभागों में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू, 16 की जगह 20 पेपर की होगी पढ़ाई

भागलपुर [जेएनएन]। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी विभागों में सत्र 2018-20 से च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) लागू हो जाएगा। इस आशय का निर्णय कुलपति प्रो. लीला चंद साहा की अध्यक्षता में हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया।

सीबीसीएस का सिलेबस भी एकेडमिक काउंसिल ने पास कर दिया है। अब पीजी की पढ़ाई 16 की जगह 20 पेपर की होगी। 16 पेपर के आधार पर छात्रों की ग्रेडिंग होगी, जबकि चार एडिशनल पेपर में छात्रों को पास करना अनिवार्य होगा। पहले सेमेस्टर में पांच, दूसरे और तीसरे सेमेस्टर में छह और चौथे सेमेस्टर में तीन पेपर की पढ़ाई होगी। एडिशनल पेपर पर्सनालिटी और स्किल डवलपमेंट से संबंधित होगा। यह रोजगार से संबंधित विषय है। पीजी में सत्र 2018-19 के लिए मार्च से नामांकन शुरू हो जाएगा। बैठक में राजभवन से आए सिलेबस को दिखाया गया और कहा गया कि सीसीडीसी के राजभवन में हुई बैठक से लौटने के बाद सारे पीजी विभागों को सिलेबस से संबंधित सारी जानकारी उपलब्ध करा दी जाएगी।

एकेडमिक काउंसिल ने ग्रामीण अर्थशास्त्र एवं सहकारिता विभाग, गांधी विचार विभाग, अंबेडकर विचार और अंगिका विभाग के विभागाध्यक्ष को सीबीसीएस पाठ्यक्रम को लेकर सिलेबस तैयार करने के लिए अधिकृत किया गया है। इन विषयों का सिलेबस तैयार नहीं हुआ है। राजभवन से सिलेबस तैयार करने की अनुमति मांगी गई थी, जिसकी अनुमति मिल गई है। पीजी और स्नातक स्तर पर अब सर्टिफिकेट कोर्स की पढ़ाई होगी। एकेडमिक काउंसिल ने इसकी अनुमति दे दी है। यह कोर्स तीन और छह महीने की होगी। छात्रों को कोर्स करने के बदले फीस चुकता करना पड़ेगा। टीएनबी कॉलेज में कॉमर्स की पढ़ाई को लेकर बैठक में सर्वसम्मति नहीं बन पाई। अब इस मामले को अगली बैठक में रखा जाएगा।

बैठक में बीपीएससी नियुक्त शिक्षकों के पैनल को स्वीकृति दे दी गई। संबंधन कमेटी में हुए निर्णय को भी एकेडमिक काउंसिल ने पास कर दिया है। तीन बीएड कॉलेज दीपनारायण मेमोरियल चानन, डीएलएस शिक्षण महाविद्यालय इशीपुर और अर्जून कॉलेज ऑफ एजुकेशन नवगछिया को दो वर्षों के लिए बीएड की पढ़ाई के लिए संबंधन दिया गया। जबकि राजकिशोर प्रसाद महाविद्यालय कटोरिया और महात्मा गांघी प्रशिक्षण महाविद्यालय कटोरिया को सिंडिकेट सदस्यों की कमेटी की रिपोर्ट के आधार संबंधन देने का निर्णय लिया गया। सत्यदेव कॉलेज गौरीपुर और एलएनबीजे महिला कॉलेज भ्रमरपुर को इस बैठक में संबंधन नहीं दिया गया।

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