इस साल भी ठंड में ठिठुरेंगे सहरसा के गरीब, दो लाख 41 हजार में कितने गरीबों का ढंकेगा तन

सरकार ने निसहायों और जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण का जारी किया निर्देश। जिले की आबादी व गरीबों की संख्या के लिहाज ने इस वर्ष भी आवंटन उपलब्ध नहीं कराया। ऐसे में लोगों को बचाने के लिए कंबल की खरीद और उसका वितरण करने में परेशानी हो रही है।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Mon, 28 Dec 2020 11:39 AM (IST) Updated:Mon, 28 Dec 2020 11:39 AM (IST)
इस साल भी ठंड में ठिठुरेंगे सहरसा के गरीब, दो लाख 41 हजार में कितने गरीबों का ढंकेगा तन
सहरसा में कम संख्‍या में कंबल उपलब्‍ध कराया गया है।

जागरण संवाददाता, सहरसा। शीतलहर से नि:सहायों की प्राणरक्षा के लिए सरकार व जिला प्रशासन ने निर्देश जारी कर दिया है। परंतु, जिले की आबादी व गरीबों की संख्या के लिहाज ने सरकार ने इस वर्ष भी आवंटन उपलब्ध नहीं कराया। ऐसे में जाड़े के प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए कंबल की खरीद और उसका वितरण जिला प्रशासन के लिए इस वर्ष भी परेशानी का कारण बन जाएगा।

गत वर्ष से भी कब मिला कंबल खरीद के लिए आवंटन

गत वर्ष समाज कल्याण विभाग ने कोसी प्रभावित सहरसा जिले के रिक्शा चालकों, दैनिक मजदूरों, नि: सहायों,आवासविहीनों व उसके स²श्य लोगों को कंबल उपलब्ध कराने के लिए तीन लाख 80 हजार का आवंटन उपलब्ध कराया था। लाख कोशिशों के बावजूद जिला प्रशासन इस श्रेणी के सभी लोगों को कंबल उपलब्ध नहीं करा सका। इस वर्ष विभाग द्वारा मात्र दो लाख 41 हजार रुपये का आवंटन मिला है। ऐसे में अगर एक सौ रुपये प्रति कंबल की भी खरीद की जाएगी को मात्र 2410 कंबल उपलब्ध हो पाएगा। ऐसे में 151 पंचायत और दो नगर वाले जिले के कितने गरीबों को कंबल मिल पाएगा इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है।

गरीबी रेखा से नीचे बसर करते हैं दो लाख 65 हजार परिवार

सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में दो लाख 65 हजार लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करते हैं। जिसमें रिक्शाचालक, दैनिक मजदूर आदि शामिल हैं। इसके अलावा सहरसा जिला मुख्यालय में एक सौ पांच भिक्षुक परिवार बसर कर रहे हैं। इसके साथ ही जिले के लगभग सभी पंचायत में नि: सहायों की संख्या अच्छी खासी है। ऐसे में गरीबों के प्राणरक्षा की सरकारी घोषणा धरातल पर पूरी तरह खोखला साबित हो सकता है।

कंबल की खरीद के लिए विभाग से दो लाख 41 हजार का आवंटन प्राप्त हुआ। इस राशि से कंबल खरीद की प्रक्रिया चल रही है। दूसरे चक्र में इसके लिए और राशि मिलने की संभावना है। इस राशि से कंबल खरीद कर नि: सहायों के बीच वितरण किया जाएगा। - कुमार सत्यकाम, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, सहरसा।

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