बिहार : लालू का शव उठते ही मचा कोहराम, हर आंखों में खो जाने का गम

बिहार मुंगेर जिले का रामनगर गांव का लालू अब दुनिया में नहीं रहा। दो वर्षों में पिता के आंखों के सामने उठी दो बेटों की अर्थी। मुकदमे का गवाह बना मौत का कारण स्वजन बदहवास। दो वर्ष में दो भाइयों की हत्या। सात नामजद थे राकी की हत्या में।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 08 Aug 2022 04:26 PM (IST) Updated:Mon, 08 Aug 2022 04:26 PM (IST)
बिहार : लालू का शव उठते ही मचा कोहराम, हर आंखों में खो जाने का गम
बिहार : मुंगेर में लालू की हत्‍या के बाद शोक में डूबे स्‍वजन।

संवाद सूत्र, जमालपुर (मुंगेर)। रामनगर गांव का लालू अब दुनिया में नहीं रहा। रविवार की रात बदमाशों ने लालू की ज‍िंदगी को लील लिया। हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के रहे लालू का शव सोमवार को जैसे ही दाह-संस्कार के लिए जाने लगा, पूरा माहौल गमगीन हो गया। लालू की हत्या से लोग डरे-सहमे दिखे। सभी महिला व पुरुषों के जुबां से एक ही बात निकल रही थी बदमाशों ने एक भाई को तो मार दिया अब दूसरे को भी नहीं बख्शा। भगवान इंसाफ करेंगे। दो वर्षों में अवकाश प्राप्त रेलकर्मी पिता तुलसी तांती ने दो बेटों की अर्थी जाते हुए देखा। छोटे बेटे राकी की हत्या का जख्म भरा भी नहीं था कि इस बीच बदमाशों ने मंझले बेटे लालू को भी दुनिया से चलता कर दिया।

सांस रूकने तक बदमाश दागते रहे गोलियां

जिस अंदाज से बदमाशों ने रामनगर मिडिल स्कूल के मुख्य द्वार के पास दूध व पानी का कारोबार करने वाले लालू हत्या कर दी। जब तक लालू की सांस नहीं रूकी तब-तब बदमाशों ने एक-एक कर पांच गोलियां शरीर में उतार दी। बदमाशों ने लालू की पेट में चार और एक गोली कनपटी में मारी। पांचवीं गोली गर्दन को भेदते हुए निकली।

हत्यारों को सजा दिलाने की रखी थी सोच

राकी तांती हत्याकांड में लालू गवाह था। इस मामले में सात लोगों को नामजद आरोपित बनाया गया था। इसमें एक ही परिवार के तीन लोग हैं। आकाश, गोरख और लालू। आकाश जेल में है। गोरख जमानत पर है और तीसरे आरोपित लालू पिता परशुराम तांती की जेल में ही मौत हो गई थी। कुंदन, चंदन, दिनेश तांती व सीता देवी को भी नामजद आरोपित बनाया गया था। सभी फरार चल रहे हैं।

पुलिस अभिरक्षा में निकला अंतिम यात्रा

नयारामनगर थाना के थाना प्रभारी कौशल कुमार ने बताया शव का पोस्टमार्टम होने के बाद स्वजनों को सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार के लिए शव को ले जाया गया। स्वजनों की ओर से लिखित आवेदन मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

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