रोना कोरोना का, रेलवे का निशाना कहीं और... जानिए क्यों कई स्टेशनों से हट रहा ट्रेनों का ठहराव

बड़हिया स्टेशन पर रेलवे की नजर लग गई है। लॉकडाउन के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ तो बड़हिया स्टेशन से अप और डाउन की पांच जोड़ी ट्रेनों के ठहराव हटा लिए गए हैं। हालांकि रेलवे के आलाधिकारी इस बारे में खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 07:10 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 07:10 AM (IST)
रोना कोरोना का, रेलवे का निशाना कहीं और... जानिए क्यों कई स्टेशनों से हट रहा ट्रेनों का ठहराव
बड़हिया स्टेशन पर रेलवे की नजर लग गई है।

भागलपुर [रजनीश]। पटना-हावड़ा मेन लाइन पर स्थित बड़हिया स्टेशन पर रेलवे की नजर लग गई है। अंग्रेजों के जमाने में वर्ष 1862 में चालू हुए इस रेलवे स्टेशन पर धीरे-धीरे सुविधाएं कम होती जा रही हैं। रेलवे के इस अंदरुनी फैसले के पीछे मंशा भी साफ दिख रहा है। लॉकडाउन के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ तो बड़हिया स्टेशन से अप और डाउन की पांच जोड़ी ट्रेनों के ठहराव हटा लिए गए हैं। इसके पीछे रेलवे कोरोना का तर्क दे रही है। पर, हकीकत कुछ और ही है। हालांकि रेलवे के आलाधिकारी इस बारे में खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं। वे इसकी वजह सिर्फ स्टेशन का राजस्व और यात्री की संख्या घटना बता रहे हैं।

एनएसजी-पांच की सूची में बड़हिया, राजस्व दूसरे स्टेशन से कम

यात्रियों की संख्या और राजस्व संग्रह के हिसाब से रेलवे स्टेशनों का ग्रेड तय होता है। बड़हिया स्टेशन नन सबअर्बन ग्रेड (एनएसजी-पांच) में है। इसकी सालाना आय लगभग दो करोड़ 28 लाख रुपये है। बड़हिया स्टेशन से लगभग छह किलोमीटर पहले हाथीदह जंक्शन भी इसी श्रेणी का स्टेशन है, लेकिन इस स्टेशन से सालाना नौ करोड़ रुपये का राजस्व आता है। जबकि बड़हिया से 17 किलोमीटर आगे किऊल रेलवे स्टेशन का राजस्व 28.49 करोड़ रुपये है। यह स्टेशन एनएसजी तीन में आता है। हर साल यहां से करीब 17 लाख लोग ट्रेन पकड़ते हैं। जबकि बड़हिया से पांच लाख 60 हजार यात्री सालाना ट्रेन पकड़ते हैं।

एक झटके में हटा लिया गया ठहराव

बड़हिया स्टेशन से रेलवे ने कोरोना के नाम पर एक झटके में पांच जोड़ी ट्रेनों का ठहराव हटा लिया गया। हालांकि एक टे्रन का ठहराव दिया गया है। वह कल तक वहां रुकती थी। आज वहां से बिना रुके गुजर रही है। इससे वहां के यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

दिल्ली के लिए एक, हावड़ा के लिए एक भी ट्रेन नहीं

बड़हिया स्टेशन से दिल्ली के लिए अभी एक ही विक्रमशिला स्पेशल ट्रेन है। उसका भी ठहराव हड़ताल के बाद 19 जनवरी से मिला है। बड़हिया स्टेशन से हावड़ा के लिए एक भी ट्रेन नहीं है। यहां के यात्रियों को ट्रेन पकडऩे के लिए हाथीदह, किऊल या लखीसराय स्टेशन जाना पड़ता है।

ट्रेन का ठहराव रेलवे बोर्ड की ओर से तय होता है। बोर्ड के निर्देश पर ही ट्रेनों का ठहराव दिया जाता है। बोर्ड की ओर से जो निर्णय लिया जाएगा, उसे लागू किया जाएगा। -राजेश कुमार, सीपीआरओ, पूमरे। 

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