फर्जी आइजी बनकर करते हैं यह कारनामा, कुछ तरह आए पकड़ में, जानिए... कहीं आप भी चपेट में ना आ जाएं

बोकारो पुलिस ने बीएसएफ के फर्जी आइजी को दबोचा। 52 सीटीएस रोड नाथनगर निवासी मानव राज शर्मा को तिलकामांझी पुलिस के सहयोग से किया गिरफ्तार। बरामद हुआ ठगी में इस्तेमाल मोबाइल और मिले कई दस्तावेज। वह नाथनगर के 52 सीटीएस रोड का रहने वाला है।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 08:04 AM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 08:04 AM (IST)
फर्जी आइजी बनकर करते हैं यह कारनामा, कुछ तरह आए पकड़ में, जानिए... कहीं आप भी चपेट में ना आ जाएं
बीएसएफ का फर्जी आइजी बन ठगी करने वाले युवक मानव राज शर्मा है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में बहाली के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले एक फर्जी आइजी को बोकारो पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया है। फर्जी आइजी बन ठगी करने वाले युवक की पहचान मानव राज शर्मा के रूप में हुई है। वह नाथनगर के 52 सीटीएस रोड का रहने वाला है। एसएसपी निताशा गुडिय़ा की संज्ञान में बोकारो से सब इंस्पेक्टर संदीप कृष्ण ने घटनाक्रम की जानकारी दी। एसएसपी ने कोतवाली, तिलकामांझी और नाथनगर पुलिस को बोकारो से पहुंची पुलिस टीम को सहयोग करने को कहा। पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में साइबर सेल की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी मंगलवार की शाम हुई। पुलिस उसके पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए मोबाइल और अन्य दस्तावेज बरामद किया है। बोकारो पुलिस बुधवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में उसे पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर बोकारो के लिए रवाना होगी।

 बीएसएफ में बहाली के लिए मोबाइल पर डालता था डोरे

बीएसएफ में बहाली के लिए मानव राज शर्मा ने बाकायदा तगड़ा सिंडिकेट बना रखा था। उसके सहारे वह झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बक्सर, आरा, सासाराम जैसे जगहों के भोले-भाले नौजवानों पर डोरे डालता था। सिंडिकेट के झांसे में फंसने पर उन नौजवानों को मानव राज कभी आइजी कभी डीआइजी बनकर मोबाइल पर बात करता। उनसे एडवांस में रुपये मिलते ही उन्हें फर्जी तरीके से तैयार किए गए कंप्यूटराइज्ड नियुक्ति पत्र तक भेज देता था। ठगी के शिकार इच्छुक अभ्यर्थियों को कॉल लेटर से ज्वाइनिंग लेटर तक जारी करता था। खुद को कभी राजस्थान, कभी बेंगुलुरू, कभी दिल्ली, रांची आदि में होना बताकर ठगी का शिकार बनाता था। उसी दौरान बोकारो में ठगी के शिकार युवक ने 2020 में घटना की शिकायत दर्ज कराई। मामले में वहां के एसपी ने तकनीकी निगरानी के जरिए मानव राज शर्मा और उसके सिंडिकेट में शामिल एक दर्जन ठगों की कुंडली का पता कराया। मानव राज को गिरफ्तार करने के लिए एक पुलिस टीम भागलपुर रवाना कर दिया।

 मानव राज के मोबाइल में कैद है सिल्क सिटी के कई शातिर

गिरफ्तार फर्जी आइजी के मोबाइल में सिल्क सिटी के कई घाघ लोगों की कुंडली कैद है। जो मानव से समय-समय पर न सिर्फ बातें करते थे बल्कि उसे और उसके सिंडिकेट को बचाने की जुगत में रहते थे। उसे संरक्षण देने की भी एक टोली मंगलवार को शहर के कोतवाली, तिलकामांझी, नाथनगर, ललमटिया थाने का चक्कर लगाती रही।

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