पशुओं को गलाघोंटू और लंगड़ी बुखार का लगेगा टीका, पूर्णिया में चार लाख पशुओं का होगा टीकाकरण

पशुओं को गलाघोंटू और लंगड़ी बुखार से बचाव के लिए टीका लगाया जाएगा। पूर्णिया में चार लाख पशुओं को टीका दिया जाएगा। इसके लिए पांच अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान पशुपालन विभाग के कर्मियों ...!

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 05:42 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 05:42 PM (IST)
पशुओं को गलाघोंटू और लंगड़ी बुखार का लगेगा टीका, पूर्णिया में चार लाख पशुओं का होगा टीकाकरण
पशुओं को गलाघोंटू और लंगड़ी बुखार से बचाव के लिए टीका लगाया जाएगा।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के तत्वावधान में जिले में पशु स्वास्थ्य रक्षा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिले के चार लाख पशुओं के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। इसमें केवल नगर निगम क्षेत्र में 19 हजार 500 पशुओं तक पहुंचा जाएगा। घर -घर भ्रमण कर कर्मी गलाघोंटू और लंगड़ी बुखार से पशुओं को बचाव के लिए टीकाकरण कर रहे हैं।

-पशु स्वास्थ्य रक्षा पखवारा के अंतर्गत जिले में चार लाख पशुओं के टीकाकरण का लक्ष्य

- गलाघोंटू व लंगड़ी बुखार से बचाव के लिए चल रहा है टीकाकरण कार्यक्रम

- जिले में चार लाख व नगर निगम क्षेत्र में 19500 पशुओं तक पहुंचने का है लक्ष्य

- घर -घर जाकर कर्मी लगा रहे हैं टीका,पांच अक्टूबर तक चलेगा कार्यक्रम

पांच अक्टूबर तक चलेगा विशेष अभियान

पांच अक्टूबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक गांव में जाकर टीकाकर्मी के पशुओं को एचएस एवं बीक्यू का टीकाकरण करेंगे। पशु चिकित्सक डा. विशेश्वर प्रसाद ने बताया कि विभाग पशुओं में होने वाले गलाघोंटू और लंगड़ी बुखार से बचाव के लिए निशुल्क टीकाकरण अभियान चला रहा है। यह अभियान 5 अक्टूबर तक चलेगा। अभियान में निजी टीका कर्मी और विभाग के एक दर्जन कर्मी को लगाया गया है। प्रखंड स्तर पर नोडल पदाधिकारी बनाए गए हैं।

शहरी क्षेत्र में भी डोर टू डोर लगाया जा रहा टीका

नगर निगम और सभी प्रखंड क्षेत्र में डोर -टू-डोर टीकाकर्मी पशुओं को वैक्सीन लगा रहा हैं। पशुपालक अपने पशुओं को अवश्य टीका लगवाएं ताकि गलाघोंटू और लंगड़ी बुखार जैसे जानलेवा बीमारी से पशुओं का बचाव हो सके। टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भवती, बीमार और छह माह से नीचे के पशुओं का टीकाकरण नहीं करना है। जिला में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है। पशुपालन विभाग की ओर से इस अभियान को लेकर कड़ाई से मानीटरिंग की जा रही है। साथ ही हर दिन का डाटा मांगा जा रहा है। 

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