अब डॉल्फिन को बचाएंगे स्कूली बच्चे

By Edited By: Publish:Tue, 15 Nov 2011 11:29 PM (IST) Updated:Tue, 15 Nov 2011 11:30 PM (IST)
अब डॉल्फिन को बचाएंगे स्कूली बच्चे

भागलपुर, हमारे प्रतिनिधि : राष्ट्रीय जल जीव डॉल्फिन के संरक्षण की जिम्मेदारी अब स्कूली छात्रों के कंधों पर होगी। गंगा किनारे स्थित स्कूलों के छात्रों व शिक्षकों को स्थानीय संस्था 'जियो' एवं लखनऊ की पर्यावरण शिक्षण केंद्र संस्था मिलकर डॉल्फिन संरक्षण का प्रशिक्षण दे रही है। इसी कड़ी में मंगलवार से स्थानीय सेंट जोसफ स्कूल में दो दिवसीय डॉल्फिन संरक्षण शिक्षा कार्यक्रम की शुरूआत हुई।

तीन राज्यों की हो रही भागीदारी

कार्यक्रम में बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश से आए करीब 50 विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों, स्कूल के शिक्षकों व छात्र-छात्राएं भाग ले रही हैं। स्थानीय सेंट जोसफ स्कूल के छात्रों को भी डॉल्फिन से जुड़ी जानकारी मिली।

किसने क्या कहा

गंगा के संरक्षण से ही डॉल्फिन का संरक्षण एवं संव‌र्द्धन संभव है। डॉ. कुमारसामी, डीएफओ

जनजागरण के माध्यम से ही गंगा का निर्मलीकरण संभव है। कर्नल ओंकार शर्मा, कमांडिंग ऑफिसर एनसीसी

मिलजुलकर करें प्रयास तभी पर्यावरण सुरक्षित हो सकता है।

प्राचार्य फादर वर्गीस पन्नगट

44 करोड़ का पोषण करती है गंगा

जियो अध्यक्ष डॉ. के. डी. प्रभात ने कहा कि डॉल्फिन के संरक्षण के लिए नदी किनारे रहने वालों के बीच डॉल्फिन को मित्र बनाने का संदेश देना होगा। गंगा मानव समेत 44 करोड़ जीव-जंतुओं का पोषण करती है। गंगा को बचाने का ईमानदार प्रयास नहीं हो रहा है।

बढ़ रही डॉल्फिन की संख्या

डॉल्फिन पर वर्षो से शोध कर रहे डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने इनके जीवन चक्र के बारे में पावर प्रजेंटेशन से पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भागलपुर के विक्रमशिला गांगेय डॉल्फिन अभ्यारण्य में डॉल्फिन की संख्या में बढ़ोत्तरी शुभ संकेत है।

खेल- खेल में दी गई जानकारी

तकनीकी सत्र में खेल, कला एवं क्राफ्ट के माध्यम से डॉल्फिन पर चर्चा की गई। छात्र-छात्राओं के बीच डॉल्फिन की विस्तार से चर्चा की गई।

डीएफओ ने किया उद्घाटन

इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन बांका के वन प्रमंडल पदाधिकारी डॉ. एस. कुमार सामी ने दीप जलाकर किया। इस अवसर पर एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल ओंकार शर्मा, प्राचार्य फादर वर्गीस पननघट, जियो संरक्षक प्रो. सुनील कुमार चौधरी विशिष्ट अतिथि थे। जियो अध्यक्ष डॉ. के.डी. प्रभात ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। जियो उपाध्यक्ष माइकल क्वाड्रेस, सी.ई.ई. के डॉल्फिन प्रोजेक्ट ऑफिसर डॉ. अब्दुल कलाम मौजूद थे।

ये भी थे मौजूद

डॉ. विभु कुमार राय, डॉ. विनोद कुमार, प्रकाश चंद्र गुप्ता, संजय तिवारी, ज्ञानेन्द्र दीक्षित, कौशल कुमार, कन्हैया लाल सरावगी, गिरिधर कुमार

ग्राफिक्स इनपुट: - 91 में भागलपुर में विक्रमशिला गांगेय डॉल्फिन अभ्यारण्य की स्थापना

- कहलगांव से सुल्तानगंज के बीच 60 किलोमीटर का क्षेत्र है अभ्यारण्य

- वर्तमान में 223 है इसकी संख्या

- पहले 174 के करीब थी संख्या

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

chat bot
आपका साथी