तीन माह में 100 लड़कियों का अपहरण, सामने आयी ये कहानी
आंकड़े बताते हैं कि पिछले तीन माह में लड़कियों के अपहरण के 100 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से 60 नाबालिग हैं। पुलिस का मानना है कि 99 फीसद मामले शादी व प्रेम-प्रसंग से जुड़े रहते हैं।
सहरसा [अमरेंद्र कांत]। गुडिय़ा (काल्पनिक नाम, उम्र-14) का सदर थाना क्षेत्र से पिछले दिनों अपहरण कर लिया गया था। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे दूसरे शहर से बरामद किया। थाने में गुडिय़ा अपहर्ता के यहां ही जाने की रट लगा रही थी। न्यायालय में दिए बयान में उसने अपहरण की पुष्टि कर दी। अब आरोपित जेल में है।
पिछले तीन माह में 100 लड़कियों का अपहरण
कोसी इलाके में हर माह 20 से अधिक नाबालिग लड़कियों का अपहरण हो रहा है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले तीन माह में लड़कियों के अपहरण के 100 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से 60 नाबालिग हैं। पुलिस का मानना है कि 99 फीसद मामले शादी व प्रेम-प्रसंग से जुड़े रहते हैं।
क्या कहते हैं लोग
नप की पूर्व उपाध्यक्ष रंजना सिंह कहती हैं कि पाश्चात्य संस्कृति हावी होने के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं। सामाजिक कार्यकर्ता रमेशचंद्र मिश्र कहते हैं कि अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद परिजन की सामाजिक प्रतिष्ठा पर प्रभाव पडऩे के अलावा दूसरी तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है। कई बार तो लड़के के चक्कर में परिजन को भी जेल की हवा खानी पड़ती है।
सामाजिक पहल की जरूरत
समाजशास्त्री डॉ. विनय कुमार चौधरी बताते हैं कि समाज के लिए यह ट्रेंड खतरनाक है। परिवेश, रहन-सहन, मोबाइल फोन के दुरुपयोग के साथ-साथ अभिभावकों को ऐसे मामलों में विशेष सचेत रहने की जरूरत है। उनके अनुसार ऐसे मामलों को रोकने के लिए सामाजिक स्तर पर भी पहल की जरूरत है।
नाबालिग के मामले में बयान भी नहीं आता है काम
अधिवक्ता कृष्ण मोहन मिश्र व एमके ठाकुर के अनुसार अपहरण के मामले में अगर प्रेम-प्रसंग व शादी की बात भी सामने आती है, तब भी परिजन व आरोपित को परेशानी उठानी पड़ती है। अपहरण के मामले में नाबालिग लड़की की बरामदगी के बाद लड़की आरोपित के पक्ष में भी बयान दे, फिर भी उसे जेल जाना पड़ता है। बालिग के मामले में लड़की के बयान पर कार्रवाई की जाती है।
प्रतिवेदित होने वाले मामलों में बरामदगी, वांछित आरोपितों की गिरफ्तारी व अनुसंधान पूर्ण होने पर त्वरित विचारण कराने की दिशा में कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। इससे मामलों का त्वरित निष्पादन हो सकेगा।
- सौरभ कुमार
डीआइजी
कोसी रेंज, सहरसा
कोसी में अपहरण के आंकड़े
जिला- सितंबर-अक्टूबर-नवंबर
सहरसा- 13-21-10
सुपौल- 09-10-10
मधेपुरा- 09-10-09