आज कवियों से गुलजार होगा गांधी स्टेडियम

बेगूसराय। देश के नामचीन कवि, शायर एवं हास्य व्यंग के रचना कारों के प्रेम भरे गीत, गजल व वी

By Edited By: Publish:Wed, 25 May 2016 03:08 AM (IST) Updated:Wed, 25 May 2016 03:08 AM (IST)
आज कवियों से गुलजार होगा गांधी स्टेडियम

बेगूसराय। देश के नामचीन कवि, शायर एवं हास्य व्यंग के रचना कारों के प्रेम भरे गीत, गजल व वीर रस की कविता सुनने का दिल थामकर इंतजार कर रहे बेगूसराय के लोगों का इंतजार आज शाम खत्म हो जाएगा। शहर के गांधी स्टेडियम में दैनिक जागरण की ओर से आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अमिट छाप छोड़ने वाले डा. सुरेंद्र शर्मा, नारी अस्मिता पर बेबाक बोलने वाली कवयित्री डा. अनु सपन, युवा कवि डा. दिनेश बाबरा, कवि सम्मेलनों के नामचीन संचालक डा. सुनील जोगी, संचालक व वीर रस के कवि विनीत चौहन, संदीप शर्मा कविता से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करेंगे।

आकर्षण का केंद्र होंगे कवि :

डा. सुरेंद्र शर्मा : हास्य के दूसरे नाम अपनी कविता से दूसरे को हंसाने वाले खुद नहीं हंसने वाले डा. सुरेंद्र शर्मा को किसी पहचान के मोहताज नहीं है। फिल्मों में भी कार्य कर चुके हैं। देश ही नहीं दुनिया के आधे से अधिक देशों में इनके फैन रहते हैं। पति -पत्नी पर सबसे अधिक कविता सुनाते हैं।

डा. अनु सपन : देश के मशहूर कवियों में एक नाम डा. अनु सपन का है वे मध्यप्रदेश के भोपाल की रहने वाली है। ²ष्यंत कुमार एवं हिन्दी गजल पर पीएचडी कर चुकी है। वे बाल कवि है, 10 वर्ष की आयु से मंच पर कविता पढ़ रही है।

सुनील जोगी : देश के हास्य के प्रसिद्व कवि सुनील जोगी बड़े कवि सम्मेलनों के मंच संचालन भी करते हैं। देश-दुनिया के कई देशों में कविता पाठ कर चुके है। व्यवस्था पर कटाक्ष रते हैं।

विनीत चौहान : विनीत चौहान राजस्थान के अलवर के रहने वाले है। वीर रस के कवि है। प्रसिद्ध कवि बलवीर ¨सह के पुत्र विनीत चौहान रसायन शास्त्र के इंटर कालेज में प्राचार्य हैं।

संदीप शर्मा : युवा हास्य कवि संदीप शर्मा की अपनी पहचान है। देश में होने वाले कवि सम्मेलनों में ये अपनी कविता पाठ करते हैं। विदेशों में भी उनके कविता के दिवाने हैं। व्यवस्था पर अपनी कविता के माध्यम से चोट पहुंचाते हैं।

दिनेश बाबरा : युवा कवि जो अपनी कविता के माध्यम से बड़े ही कम समय में युवाओं के दिलों पर छा गये हैं। आज इनकी कविताएं कॉलेज व विश्वविद्यालयों में खूब सुनी जा रही है। वे अपनी कविता के माध्यम से व्यवस्था पर प्रहार करते है।

डा. विष्णु सक्सेना : अपने चेहरे के भाव भर से दर्शकों को ठहाका लगाने पर मजबूर कर देते हैं। जाने कितनी कलियां देखी, इश्क की चारों गलियां देखी, जिसको हमने प्यार किया, उस पर सबकुछ वार दिया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य भूमिका निभा रहे

मेडीवर्सल स्कैन सेंटर बॉन एंड ज्वाइंट हास्पिटल, बड़ी पोखर बेगूसराय के डॉ. निशांत रंजन, दून पब्लिक स्कूल के निदेशक पंकज कुमार, ऐलेक्सिया नर्सिंग स्कूल के निदेशक डॉ. धीरज शांडिल्य, आर्यभट्ट के निदेशक अशोक कुमार ¨सह अमर, मेयर उपेंद्र प्रसाद ¨सह, बरौनी डेयरी के प्रबंध निदेशक एसआर मिश्र एवं मार्के¨टग हेड रूपेश कुमार, उडान इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक पंकज कुमार, वीपीएस कम्प्यूटर संस्थान के निदेशक वीएन ठाकुर, आदित्य सिविल सर्विसेज के निदेशक आदित्य रॉय, विकास विद्यालय के निदेशक राजकिशोर ¨सह, मदर्स प्राइड इंटरनेशन सीनियर सैकेंडरी एंग्लो पब्लिक स्कूल, हरदिया की निदेशक शालिनी ¨सह, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र विवेक, टाइटन शो रूम के शंभू कुमार, एसबीआइ आरबीओ बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक दिव्यांशु रंजन व ट्रैफिक चौक स्थित यूको बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक यूपी ¨सह व राज कुमार मीना, बिहार ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष अर¨वद ¨सह शेखावत, एकता शक्ति फाउंडेशन के उपाध्यक्ष रजनीकांत पाठक, विधायक नरेंद्र कुमार ¨सह उर्फ बोगो ¨सह, भाजपा नेता नीरज कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता सुदर्शन ¨सह, टारगेट क्लासेज के अमित कुमार आदि हैं।

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