मंडलकारा में बंद कैदी की मौत
शुक्रवार को मंडल कारा में पॉक्सो एक्ट में बंद कैदी बखरी के शकरपुर निवासी मो. शफीक के पुत्र मो. हस्मत की मौत सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई।
बेगूसराय। शुक्रवार को मंडल कारा में पॉक्सो एक्ट में बंद कैदी बखरी के शकरपुर निवासी मो. शफीक के पुत्र मो. हस्मत की मौत सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। अहले सुबह पेट दर्द की शिकायत के बाद उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा था। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान ही भर्ती किए जाने के दो घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई।
मृतक बीते 18 अप्रैल से अपनी बेटी से दुष्कर्म मामले में जेल में बंद था। मौत की जानकारी मिलते ही बखरी स्थित उसके गांव में कोहराम मच गया। परिजनों समेत गांव के जनप्रतिनिधियों ने जेल प्रशासन पर मौत की सूचना नहीं देने और लापरवाही का आरोप लगाया है।
जेल अधीक्षक बृजेश कुमार मेहता ने बताया कि सुबह उल्टी व पेट दर्द की शिकायत के बाद सदर अस्पताल भेजा गया था। मौत के कारणों की जांच के लिए विधिवत कार्रवाई की जा रही है।
पोस्टमार्टम को मेडिकल बोर्ड गठित, दंडाधिकारी तैनात :
कैदी की मौत के खुलासे कि लिए सदर अस्पताल के चिकित्सकों के बोर्ड का गठन किया गया। बोर्ड ने सदर अनुमंडल की कार्यपालक दंडाधिकारी मनोरमा कुमारी के समक्ष पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम की वीडियो रिकार्डिंग भी कराई गई है। बोर्ड में शामिल डा. गोपाल मिश्रा, डा. दिवाकर कुमार, डा. राजू व प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को खुलासा हो पाएगा।