कल से प्रारंभ होगा एमडीए अभियान, घर-घर जाकर खिलाई जाएगी दवा

बेगूसराय। सोमवार 20 सितंबर से प्रारंभ हो रहे फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को ले शनिवार को समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में आयोजित कार्यशाला में डीएम अरविद कुमार वर्मा ने कहा कि अभियान के दौरान लोगों को घर-घर जाकर दवा खिलाई जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 06:54 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 06:54 PM (IST)
कल से प्रारंभ होगा एमडीए अभियान, घर-घर जाकर खिलाई जाएगी दवा
कल से प्रारंभ होगा एमडीए अभियान, घर-घर जाकर खिलाई जाएगी दवा

बेगूसराय। सोमवार 20 सितंबर से प्रारंभ हो रहे फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को ले शनिवार को समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में आयोजित कार्यशाला में डीएम अरविद कुमार वर्मा ने कहा कि अभियान के दौरान लोगों को घर-घर जाकर दवा खिलाई जाएगी। जानकारी दी कि यह अभियान 20 सितंबर से 14 कार्य दिवसों में संपन्न होगा। 26 से 30 सितंबर तक आयोजित पल्स पोलियो अभियान के दौरान यह अभियान बंद रहेगा।

36 लाख से अधिक को खिलाई जाएगी दवा : डीएम ने कहा कि एमडीए अभियान के दौरान जिले के 36 लाख 22 हजार 146 व्यक्तियों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए प्रखंडों को 36 लाख 22 हजार 146 एल्बेंडाजोल एवं 90 लाख 55 हजार 365 डीईसी टेबलेट उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि दवा खिलाने के लिए 02 हजार 897 दवा प्रशासक तथा पर्यवेक्षण के लिए 140 पर्यवेक्षकों का चयन कर लिया गया है। चयनित टीम का प्रशिक्षण कार्य भी पूरा कर लिया गया है।

इन्हें नहीं खिलाई जाएगी दवा : दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं, एक सप्ताह पूर्व मां बनी महिलाओं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं खिलाई जाएगी। उक्त लोगों को छोड़कर अन्य व्यक्तियों को उनके उम्र के अनुसार दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। केयर इंडिया एवं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से अभियान को ले व्यापक प्रचार-प्रसार एवं लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।

भ्रांतियों से रहें दूर : डीएम ने जिलेवासियों से भ्रांतियों से दूर रहने की अपील करते हुए कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए प्रस्तावित सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान उपलब्ध कराई जाने वाली दवा का सेवन अवश्य करें। उन्होंने कहा कि बिना लक्षण वाले लोगों के शरीर में भी फाइलेरिया रहती है और 14-14 वर्ष बाद भी इसका असर शुरू होता है। उन्होंने कहा कि इससे बचाव के लिए लोगों को लगातार पांच साल तक इस दवा का सेवन करना आवश्यक है। डीएम ने कहा कि यह दवा पूरी तरह सुरक्षित है। हालांकि दवा खाने से कुछ लोगों में उल्टी, बुखार, खुजली आदि जैसा मामूली रिएक्शन हो सकता है। यह बेहद सामान्य बात है और इससे ठीक होने के लिए किसी खास दवा की जरूरत नहीं पड़ती है।

मौके पर एसीएमओ डॉ. अंजुम तुरियार, जिला वेक्टर जनित रोकथाम पदाधिकारी डॉ. शशि प्रभा, डीपीएम शैलेशचंद्र, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी भुवन कुमार, गुंजन गौरव, कृष्ण कुमार भारती समेत अन्य भी मौजूद थे।

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