हक को आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने भरी हुंकार

बांका। अपने हक के लिए आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका ने सरकार के खिलाफ हुंकार भरी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 09:30 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 09:30 PM (IST)
हक को आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने भरी हुंकार
हक को आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने भरी हुंकार

बांका। अपने हक के लिए आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका ने सरकार के खिलाफ हुंकार भरी है। बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर गुरुवार को सेविका सहायिका ने मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। सरकार को चेताया कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किए जाने पर सभी 10 अक्टूबर से काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी अगर मांगों को नहीं माना गया तो पांच दिसंबर से सभी सेविका व सहायिका अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चली जाएगी। जाएंगे। जुलूस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शहर के भयहरण स्थान से निकला। जो शहर के शास्त्री चौक, शिवाजी चौक, गांधी चौक, आजाद चौक व डीएम कोठी चौक होते हुए कलेक्ट्रेट गेट पहुंचा। इसकी अगुवाई जिला पार्षद मनोज बाबा कर रहे थे। सेविकाओं ने कहा कि सरकार लगातार उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है। जबकि उनसे आंगनबाड़ी के साथ कई काम लिए जा रहे हैं। लेकिन, उचित सम्मान व वेतन नहीं दिया जा रहा है। मांगों के माने जाने तक संघर्ष समिति का संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान छह सदस्यीय शिष्टमंडल ने डीएम कुंदन कुमार को 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सौंपा। प्रदर्शन में शारदा रानी, उमा कुमारी, संगीता कुमारी, कल्याणी ¨सह, सरिता कुमारी, शारदा, पुष्पा, नीलम, रंजना, सरिता देवी आदि प्रमुख रुप से शामिल थे। संघ की प्रमुख मांगों में सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, हड़ताल के बाद समझौता के लंबित मांगों का निष्पादन करने, गोवा, तेलंगाना की तरह प्रोत्साहन राशि देने, उम्र सीमा खत्म करने, उनकी कार्य अवधि आठ घंटे निर्धारित करने आदि मांग शामिल है। संगठन के सदस्यों ने बताया कि आंदोलन लगातार जारी रहेगा। इसके व्यापक कार्ययोजना संगठन ने तैयार कर रखी है।

chat bot
आपका साथी