बिहार के इन गांवों में कुंआरों की फौज, पानी ने लगाई शादियों पर रोक

बिहार के बांका जिले का एक गांव ऐसा भी है जहां पानी की घोर किल्लत है। पानी की समस्या के कारण यहां के लोगों से कोई अपनी बेटी की शादी भी नहीं करना चा‍हता है।

By Ravi RanjanEdited By: Publish:Mon, 24 Apr 2017 06:10 PM (IST) Updated:Mon, 24 Apr 2017 09:27 PM (IST)
बिहार के इन गांवों में कुंआरों की फौज, पानी ने लगाई शादियों पर रोक
बिहार के इन गांवों में कुंआरों की फौज, पानी ने लगाई शादियों पर रोक

बांका [जेएनएन]। जिला के चांदन व कटोरिया प्रखंडों के लगभग 10 गांवों में पानी की घोर किल्लत है। लोग काफी दूर से नदी का पानी लोकर पीने को विवश हैं। जल संकट की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां के लोग गर्मी के दिनों में शादी तक नहीं करते हैं। दूसरे जगह के लोग इन गांवों में अपनी बेटियों की शादी करना नहीं चाहते। इस कारण यहां कुंआरे लड़कों की संख्या अधिक है। 

यहां श्राद्ध में समस्या आती है, तो शादी पर गर्मी के दिनों में रोक लग जाती है। यह कोई कानून नहीं है। बल्कि गर्मी कह उत्पन्न समस्या से पानी के कारण हो रही है। हम बात कर रहे हैं नक्सल प्रभावित जयपुर क्षेत्र की। इस क्षेत्र के ओस्ताबदार गांव के सनोज मंडल, केरवार गांव के गौरी शंकर यादव, किरानी यादव की बेटी की शादी तय है।

लड़के वाले इसी लगन में शादी रचाने के लिए कन्या पक्ष पर दवाब डाल रहे हैं। लेकिन पानी की समस्या शादी के लिए जी का जंजाल बन गया है। कारण ये लोग मई माह में बारिस होने की आस में शादी को टालना चाहते हैं।
कारण वर्षा होने पर पानी का कुछ लेयर उपर आ जाता है। ज्ञात हो कि ऐसे छोटे बड़े एक दर्जन गांव में पानी की समस्या है।

केस स्टडी
यहां पानी की समस्या कई एक को दर्दनाक मौत दे चुकी है। घटना एक सितम्बर 2012 की है। दोलमपुर गांव में पानी के लिए सदा मारा मारी रहती है। कुआं से पानी कोई पहले न ले जाय यही सोच कर धूमवती कुमारी (12) अति भोर कुआं पर पहुंची। और पानी लेने की होड़ में कुआं में गिर गई। इससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई ।

केस स्टडी
इसी गांव में 28 दिसम्बर को पानी के अभाव में बेबस लोगों के सामने ही विधवा झलकी देवी की घर में ही चिता जल गई। और लोग देखते ही रह गए। ग्रामीण बताते है कि गांव में पानी का लेयर मिलता ही नहीं। कई सरकारी एवं निजी चापाकल बेकार पड़े है। हर घर नल तो सपना ही बन कर रह गया है।

केस स्टडी
शादी पर ब्रेक की बात खुर्द चरणा गांव की है। गांव के पंचू यादव, भूखन यादव, जीतू यादव, राजेन्द्र यादव की बेटी की शादी तय थी। लड़के वाले शादी के लिए दवाब डाल रहे थे। लेकिन घर वालों ने ये बोल कर शादी आगे टाल दी थी कि मई में थोड़ी बारिस हो जाय तो फिर शादी का विचार करेंगे। ये सारी घटनाऐं बताने को काफी है की पानी को लेकर हर सरकारी दावा जमीन पर यहां नाकारा साबित हो रही है।

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जयपुर क्षेत्र में पानी की अभी भी घोर समस्या हैं। हर घर नल का जल भी यहां के लोगों के लिए सपना बना हुआ है। पानी की समस्या को देखते एक टंकर की व्यवस्था की है। जिसे पानी की जरूरत होती है। उचित शुल्क पर सुविधा दी जा रही है।
- कमलाकांत यादव, मुखिया लकरामा ।

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