छह माह भी नहीं चला साढे चार करोड़ की सड़क
बांका। लोक सभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में शंभूगंज-खेसर मुख्य पथ बनने के साथ ही टूटना शुरू हो गया है। सड़क जगह-जगह खाई में तब्दील होते जा रही है।
बांका। लोक सभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में शंभूगंज-खेसर मुख्य पथ बनने के साथ ही टूटना शुरू हो गया है। सड़क जगह-जगह खाई में तब्दील होते जा रही है। इससे नाराज जनता प्रत्याशियों का पानी उतार सकते हैं। जबकि सड़क मरम्मत के मुश्किल से छह माह भी नहीं हुए हैं। बता दें कि ग्रामीण कार्य विभाग से करीब साढे चार करोड़ रूपये की लागत से मरम्मती कार्य किया गया है। निर्माण कार्य पटना के अमृत राज कंट्रक्शन द्वारा किया गया। संवेदक द्वारा इस तरह घटिया काम किया गया कि बनते ही दरकना शुरू हो गया। जबकि इस पथ से झखरा, पकरीया, मालडीह, परमानंदपुर, भरतशीला पंचायत के करीब एक लाख की आबादी का आवागमन होता है।
समाजिक कार्यकर्ता धीरेन्द्र प्रसाद यादव, रमणी मोहन सिंह, हरेन्द्र नारायण सिंह, आत्मानंद, राजकुमार रजक सहित अन्य ने बताया कि काफी अर्से के बाद और पटना तक दौड़ लगाने के बाद मरम्मत कार्य की स्वीकृति मिली। जिसमें संवेदक द्वारा सड़क निर्माण के नाम पर राशि की लूट की गई। मौजूदा हालात यह है कि सड़क जर्जर होने से राहगीरों के लिए खतरनाक बन गया है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि विभाग द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तो जनआंदोलन किया जाएगा।