नपं की शिथिलता से ग्रामीण स्वयं घाटों की सफाई में जुटे

संवाद सूत्र, अमरपुर (बाका) : लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर नगर पंचायत द्वारा की जा रही तैयारी अबतक

By Edited By: Publish:Sat, 25 Oct 2014 09:46 PM (IST) Updated:Sat, 25 Oct 2014 09:46 PM (IST)
नपं की शिथिलता से ग्रामीण स्वयं घाटों की सफाई में जुटे

संवाद सूत्र, अमरपुर (बाका) : लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर नगर पंचायत द्वारा की जा रही तैयारी अबतक नाकाफी लग रही है। खासकर वीदनचक गाव के पैन बाध में छट व्रतियों की सुविधा के लिए कुछ नहीं किया गया है। जबकि इस घाट पर वीदनचक, दिग्घीपोखर, बंगाली टोला, महादलित टोला, प्रखंड कार्यालय सहित अन्य जगहों से सैकड़ों की संख्या में व्रती यहां आते हैं।

नपं की शिथिलता पर लोगों में रोष भी है। ग्रामीण स्वयं घाट की साफ सफाई में जुट गये है। स्थानीय नीरज मंडल, अनिल यादव, सियाराम यादव, दामोदर राणा, निरंजन झा, रूदो झा, रंजीत यादव सहित अन्य लोगों ने बताया कि हमलोगो को आशा थी कि नगर पंचायत द्वारा पैन बाध की साफ सफाई की जायेगी। लेकिन इस घाट को नजर अंदाज किए जाने पर स्थानीय लोगों ने पिछले दो दिनों से बाध से जलकुंभी निकालने का काम कर रहे हैं। नपं के मुख्य पार्षद सदानंद महतो ने बताया कि नपं क्षेत्र के सभी छठ घाटों पर साफ सफाई कराई जा रही है। इसके लिए जेसीबी को बनियाचक एवं फुलवासा पोखर की सफाई के लगाया गया है।

रजौन में कई घाटों की स्थिति बदतर

रजौन: छठ घाट की तैयारी को लेकर क्षेत्र वासी घाटों की सफाई करने में जुट गये है। सामाजिक संस्था शिवमणि वेलफेयर एडुकेशनल सोसाइटी की ओर से रजौन थाना स्थित ऐतिहासिक सूजा शिकार तालाब छठ घाट की सफाई मजदूरों के सहयोग से शुरू कर दिया है। राजवनेश्वर नाथ मंदिर से तालाब के किनारे सफाई अभियान चलाया गया। मालूम हो कि पूरा तालाब चारों ओर गंदगी से भर गया हैं। संस्था के सचिव शिवपूजन सिंह ने ऐतिहासिक धरोहर को बचाये रखने के लिए बाजारवासियों सहित आमजनों से आगे आने की अपील की है। वहीं कई घाटों की स्थिति ठीक नहीं है। पुनसिया स्थित महाशय डेहरी घाट, ओड़हारा सोहानी स्थित चाद सरोवर हाट, थाना स्थित ऐतिहासिक सूजा शिकार तालाब घाट, रजौन मोदी घाट, खिड्डी सर्वेश्वर महादेव घाट, उपरामा भुतकर बाध घाट, लकड़ा काली मंदिर स्थित लपकी ऐड़ा घाट, विष्णुपुर लखना बाध सहित कोल्हनी, कदवा, चादन, कतरिया आदि घाटों पर छठव्रतियों द्वारा छठ पूजा की जाती है। सबसे बुरा हाल रजौन ऐतिहासिक सूजा तालाब, कतरिया नदी पुल सहित अन्य घाटों की है। शनिवार को जब घाटों का जायजा लिया गया तो पता चला कि छठव्रतियों को इस बार भगवान सूर्य पर ही निर्भर होना होगा। मालूम हो कि 24 अक्टूबर को थाना परिसर में आयोजित शाति समिति की बैठक के दौरान बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष को घाटों की सारी व्यवस्था दुरुस्त कराने को कहा है।

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