औरंगाबाद में शव जलाने के ले विवाद में मारपीट के बाद फायरिंग, पुलिसकर्मियों समेत 10 घायल

बिहार के औरंगाबाद में रविवार को शव जलाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हो गए। सूचना पर पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों ने जवानों पर भी फायरिंग कर दी।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sun, 26 Jul 2020 03:47 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jul 2020 03:47 PM (IST)
औरंगाबाद में शव जलाने के ले विवाद में मारपीट के बाद फायरिंग, पुलिसकर्मियों समेत 10 घायल
औरंगाबाद में शव जलाने के ले विवाद में मारपीट के बाद फायरिंग, पुलिसकर्मियों समेत 10 घायल

औरंगाबाद, जेएनएन। अंबा थाना क्षेत्र के कसौटी गांव में रविवार को श्मशान घाट पर महिला का शव जलाने को लेकर कसौटी एवं भरत गांव के ग्रामीणों के बीच भिड़ंत हो गई। दोनों गांव के ग्रामीणों के बीच हुई जमकर मारपीट एवं पथराव हुई। जिसमें करीब डेढ़ दर्जन ग्रामीण घायल हुए हैं। घटना की सूचना पर गांव पहुंची अंबा एवं कुटुंबा थाना पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। ग्रामीण पुलिस पर पथराव व फायरिंग करने लगे। पथराव में कुटुंबा थानाध्यक्ष कमलेश पासवान एवं अंबा थानाध्यक्ष बीरेंद्र पासवान का सिर फट गया। हमले में दोनों थानाध्यक्षों के अलावा करीब छह पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पुलिस ने भी आत्मरक्षार्थ तीन राउंड फायरिंग की है। ग्रामीणों ने दर्जनों राउंड फायरिंग की है। आपसी भिड़ंत में कसौटी गांव के बलिंद्र मेहता, उपेंद्र कुमार, लाल मोहन पासवान, कमलेश कुमार, सोनू कुमार, परमानंद मेहता, राजू पासवान, कमलेश पासवान समेत अन्य ग्रामीण ग्रामीण घायल हुए हैं। हिंसक झड़प में भरत गांव के भी चार ग्रामीण घायल हुए हैं। घायलों में शामिल पुलिसकर्मी एवं ग्रामीणों का इलाज सरकारी अस्पताल में किया गया है। 

प्रभारी एसपी पंकज कुमार ने बताया कि शव जलाने को लेकर कसौटी एवं भरत गांव के ग्रामीणों के बीच मारपीट की सूचना पर अंबा एवं कुटुंबा थाना पुलिस पहुंची तो भरत गांव के ग्रामीण पुलिस पर पथराव व फायरिंग करने लगे। पथराव में दोनों थाना के थानाध्यक्ष समेत करीब छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बताया कि मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। प्रभारी एसपी ने बताया कि पुलिस की सुरक्षा में शव को जलाया गया। गांव में पुलिस कैंप कर रही है। बताया जाता है कि दोनों गांव के बीच एक पोखरा है। पोखरा पर ही दोनों गांव का श्मशान घाट है। इसी श्मशान घाट को लेकर दोनों गांवों के बीच कई वर्षों से विवाद चला आ रहा है। रविवार को कसौटी गांव के सुदर्शन पासवान की चाची की मौत के बाद शव जलाने ग्रामीण पोखरा पर श्मशान घाट पर पहुंचे तो भरत गांव के ग्रामीणों ने विरोध करते हुए शव नहीं जलाने दिया। लकड़ी को फेंक दी। उसके बाद मामला मारपीट व पथराव तक पहुंच गया। घटना की सूचना पर एसडीपीओ अनूप कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर सतीश कुमार भारी संख्या में पुलिसबल के साथ गांव पहुंचे और पुलिसिया कार्रवाई शुरू की तब दोनों गांव के ग्रामीणों के बीच शांति बहाल हुई। 

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