जागरूकता अभियान चलाने को हुई बैठक

संवाद सूत्र, अंबा (औरंगाबाद) : सरकार व स्वास्थ्य विभाग घातक बीमारियों पर नियंत्रण स्थापित कर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Nov 2018 04:27 PM (IST) Updated:Tue, 06 Nov 2018 04:27 PM (IST)
जागरूकता अभियान चलाने को हुई बैठक
जागरूकता अभियान चलाने को हुई बैठक

संवाद सूत्र, अंबा (औरंगाबाद) : सरकार व स्वास्थ्य विभाग घातक बीमारियों पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए प्रचार-प्रसार कर सभी लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। उक्त बातें बीडीओ लोकप्रकाश ने कही। वे सोमवार को टीकाकरण की तैयारी को लेकर अस्पताल परिसर कुटुंबा में चिकित्सा प्रभारी स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठक कर रहे थे। आपके सहयोग से बच्चों को स्वस्थ जीवन प्रदान किया जा सकता है। चिकित्सा प्रभारी डा. लालदेव प्रसाद ¨सह ने कहा कि रूबैला व मिजिल्स बच्चों के लिए घातक बीमारी है। 09 माह से 15 वर्ष के बच्चों व किशोर-किशोरियों में रोग फैलने की आशंका अधिक रहती है। रोकथाम के लिए 15 जनवरी से टीकाकरण शुरू किया जाना है। बताया कि पहले व दूसरे सप्ताह में मदरसा के साथ सरकारी व निजी स्कूलों में टीकाकरण किया जाएगा। दूसरे सप्ताह में आंगनबाड़ी केंद्रों, ईट भट्ठा से लेकर चौक-चौराहे पर भी वैक्सीन दिया जाना है। मौके पर डा. बिक्रम ¨सह, हेल्थ मैनेजर मनीष कुमार, बमेंद्र ¨सह समेत स्वास्थ्य कर्मी आशा व एएनएम रहे।

मिजिल्स से जा सकती है जान

मिजिल्स रोग से आक्रांत होने पर कभी-कभी बच्चों की जान तक चली जाती है। यह रोग वायरस व गंदगी से फैलता है। खसरे से बच्चें निशक्त हो जाते है।

क्या है रूबैला बीमारी

रूबैला एक संक्रामक बीमारी है, जो वायरस द्वारा फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसा ही होता है। यह बीमारी बच्चे व बच्चियां दोनों को आक्रांत करता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरूआती चरण में इससे संक्रमित हो जाती है तो उसे कंजेनिटल रूबैला ¨सड्रोम हो सकता है। जो गर्भस्थ शिशु व नवजात के लिए घातक सिद्ध होता है। बताया कि रूबैला रोग के चपेट में आने से शारीरिक व मानसिक परेशानी बढ़ जाती है। इसका असर प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है।

क्या बताते हैं प्रभारी

रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डा. लालदेव प्रसाद ¨सह बताते है कि खसरा व रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान करता है। वैक्सीन का शरीर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा यह बच्चों को टीका लगाया जाना है। सरकार खसरा उन्मूलन व रूबैला पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए संकल्पित है। सभी के सहयोग से बच्चों का सुदंर भविष्य गढ़ा जा सकता है।

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