मेहंदिया में सार्वजनिक शौचालय नहीं

अरवल। खुले में शौच से मुक्त करने की योजना चल रही है। गांव और पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन मेहंदिया जैसे भीड़-भाड़ वाले बाजार में जन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 09:52 PM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 09:52 PM (IST)
मेहंदिया में सार्वजनिक शौचालय नहीं
मेहंदिया में सार्वजनिक शौचालय नहीं

अरवल। खुले में शौच से मुक्त करने की योजना चल रही है। गांव और पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन मेहंदिया जैसे भीड़-भाड़ वाले बाजार में जन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। अरवल जिले के पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है। गांवों में इसका असर देखा जा रहा है, लेकिन इन सब के बीच बाजारों में जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। क्षेत्र के मुख्य बाजार मेहंदिया में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से बाजार आने वाले लोग खुले में शौच करने को मजबूर होते हैं।

मेहंदिया, बेलसार, कलेर वलिदाद, उसरी सहित अन्य कई सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ रही हैं। बता दें कि मेहंदिया पुरानी थाना के पास सार्वजनिक शौचालय बनाया गया था। लेकिन आज शौचालय जर्जर हाल में हैं। एनएच 139 पर स्थित करीब एक किलोमीटर लंबे क्षेत्रफल में फैले मेहंदिया बाजार में हर दिन सैकड़ों लोग रोजमर्रा के कार्य से आते हैं। सप्ताह में एक दिन यहां पर हाट भी लगता है। इसमें आसपास की कई पंचायतों के लोग आते हैं। इसमें महिलाओं की भागीदारी भी अच्छी खासी होती है लेकिन बाजार में आने वाले लोगों और दुकानदारों को शौचालय के अभाव में परेशानी का सामना करना पड़ता है। बाजार में शौचालय के साथ-साथ पेयजल की व्यवस्था की सख्त जरूरत है। स्थानीय लोगों ने संबंधित अधिकारियों से जल्द इस समस्या पर ध्यान देने की मांग की है। मुखिया बिमला देवी ने बताया कि मेहंदिया जैसे व्यस्त बाजार में सार्वजनिक शौचालय की सख्त जरूरत है।

जागरण संवाददाता, अरवल :

परिवहन विभाग द्वारा छोटे व बड़े वाहनों के फिटनेस प्रमाण पत्र बनाने को लेकर वाहन मालिकों को रियायत दी गई है। इसके तहत लगने वाले जुर्माने की राशि को 30 सितंबर तक कम कर दिया गया है। इस अवधि सभी वाहन मालिकों को अपनी गाड़ियों का फिटनेस प्रमाण पत्र दुरुस्त कराने का निर्देश जारी किया गया है। विभाग द्वारा जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि पहले जहां फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं रहने पर फेल अवधि से प्रतिदिन 50 रुपये जोड़ककर जुर्माने वसूले जाते थे। अब घटाकर दो पहिया तथा तीन पहिया वाहन के लिए 10 ,ट्रेक्टर से 15, चार पहिया वाहन से 20 तथा भारी वाहन से 30 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना वसूला जाएगा। यह राहत 30 सितंबर तक हीं वाहन मालिकों को मिलेगा।

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