बच्चों में संस्कार और चरित्र निर्माण पर संगोष्ठी

अररिया। शुक्रवार को द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय परिसर में बिहार बालमंच फारबिसगंज के द्वार

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 01:49 AM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 01:49 AM (IST)
बच्चों में संस्कार और चरित्र निर्माण पर संगोष्ठी
बच्चों में संस्कार और चरित्र निर्माण पर संगोष्ठी

अररिया। शुक्रवार को द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय परिसर में बिहार बालमंच फारबिसगंज के द्वारा संस्कार और चरित्र निर्माण विषय पर संगोष्ठी आयोजित कर स्कूली बच्चों को इस दिशा में मार्गदर्शन किया गया। बच्चों को संबोधित करते हुए बाल साहित्यकार हेमंत यादव शशि, हर्ष नारायण दास और विनोद कुमार तिवारी ने बच्चों को बताया की संस्कारों से ही चरित्र निर्माण होता है, जिसकी प्रथम पाठशाला हमारा परिवार है। आध्यात्मिकता, मानवता एवं नैतिकता का बीजारोपण संस्कारों की भूमि पर ही होता है। संस्कारवान व्यक्ति ही चरित्रवान हो सकता है और चरित्र के बिना व्यक्तित्व का कोई अर्थ नहीं होता। इस तरह संस्कार एवं चरित्र का दर्पण व्यक्तित्व है। बताया कि संस्कार हमारे अंदर व्याप्त विकृतियों को परिस्कृत करते हैं। अत: संस्कारों को हम जितनी गहराई तक आत्मसात करेंगे उतना ही हम विकृतियों से दूर रहेंगे। सुसंस्कृत व्यक्ति अपने आसपास के लोगों को भी अपने आचरण से प्रभावित करता है । मौके पर सभी बच्चों को उपहार सहित टॉफी व बिस्कुट दिया गया।

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