पति ने पुत्री व पत्‍‌नी को घर से निकाला

अररिया, विसं: सुखद दापत्य जीवन व्यतीत करने के बीच दहेज रूपी दानव बड़ा बाधक बनता जा रहा है। दहेज की ला

By Edited By: Publish:Wed, 21 Jan 2015 09:07 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jan 2015 09:07 PM (IST)
पति ने पुत्री व पत्‍‌नी को घर से निकाला

अररिया, विसं: सुखद दापत्य जीवन व्यतीत करने के बीच दहेज रूपी दानव बड़ा बाधक बनता जा रहा है। दहेज की लालच में एक पति ने अपनी पुत्री व पत्‍‌नी को घर से निकाल दिया है।

करीब 14 वर्ष पूर्व किशनगंज जिले के गुठलीगाछ गांव में वीणा देवी के विवाह के बाद दो पुत्री जन्म लिया। परंतु पति द्वारा मांगी गयी एक अदद मोटर साइकिल सहित हजारों नकद राशि दहेज में नहीं दिया गया तो उसके पति ने वीणा सहित एक नाबालिग बेटी के संग घर से ही भगा दिया। पीड़िता अपने गुजारा के साथ बेटी की पढ़ाई लिखाई के लिए कोर्ट से गुहार लगाई है। इस मामले में पीड़ित अपनी बेटी संग अररिया अदालत का दरवाजा खटखटाया है तथा परिवार न्यायालय में अपने पति धर्मदेव सिंह के खिलाफ भरण-पोषण वाद दायर किया है। पीड़ित ने अपनी नाबालिग पुत्री प्रियंका 9 वर्ष की पढ़ाई-लिखाई के खर्च सहित उक्त मां-बेटी के भरण-पोषण के लिए प्रतिमाह 10 हजार रुपये की मांग की है ताकि उसका जीवन निर्वाह हो सके।

वर्तमान में अपने नैहर महलगांव में रह रही वीणा देवी तथा उसकी पुत्री प्रियंका की ओर से यह फरियाद दायर हुआ है। आरोप लगाया गया है कि वीणा देवी की शादी वर्ष 2001 में धर्मदेव सिंह के साथ हुई। उक्त पति-पत्‍‌नी से दो पुत्री अंजली व प्रियंका का जन्म हुआ। लेकिन उसके पति ने बहकावे में आकर मोटर साइकिल 50 हजार नकद राशि की मांग कर दी। जिसे उसके पति द्वारा पूरा नहीं करने पर प्रताड़ित करते खाना बंद कर दिया गया। इसी क्रम में पहले तो दोनों पुत्रियों के साथ उसे घर से भगा दिया गया। परंतु बड़ी आरजू करने पर बड़ी पुत्री अंजली को उसके पिता धर्मदेव अपने पास रख कर इन दोनों मां-बेटी को निकाल दिया। जबकि पीड़िता ने अपने पति को 15 एकड़ भूमि का जोतदार व संपन्न व्यक्ति होने का दावा किया है। अदालत ने मामले को पंजीकृत कर लिया है तथा सम्मन जारी करने का आदेश दिया है।

chat bot
आपका साथी