Coronavirus के खिलाफ मदद के लिए Skoda Volkswagen ने बनाए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप और इंटुबेशन बॉक्स

Skoda Auto Volkswagen India ने Coronavirus में मदद के लिए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप और इंटुबेशन बॉक्स बनाए हैं। (फोटो साभार Volkswagen India Twitter)

By Sajan ChauhanEdited By: Publish:Wed, 22 Apr 2020 02:49 PM (IST) Updated:Wed, 22 Apr 2020 02:49 PM (IST)
Coronavirus के खिलाफ मदद के लिए Skoda Volkswagen ने बनाए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप और इंटुबेशन बॉक्स
Coronavirus के खिलाफ मदद के लिए Skoda Volkswagen ने बनाए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप और इंटुबेशन बॉक्स

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है और ऐसे में सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों का काम बंद हो गया है। कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में देश की कई ऑटोमोबाइल कंपनियां हाथ आगे बढ़ा रही हैं और इसी बीच Skoda Auto Volkswagen India private limited (SAVWIPL) इसका मुकाबला करने के लिए की प्रकार की डिवाइस बनाने के लिए बहुत तेजी के साथ काम कर रही है। ये डिवाइस मेडिकल स्टाफ के लिए कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में काम आएंगी।

SAVWIPL ने इस माह के शुरू में चाकन और औरंगाबाद फैक्ट्री में फेस शील्ड बनानी शुरू की थी जो कि Covid-19 को खिलाफ लगे लोगों को बांटी जा चुकी हैं। अब कंपनी ने ABMU बैग वेंटिलेटर, फिल्टर्ड फेस मास्क और सर्जन के लिए इंटुबैशन बॉक्स बनाना शुरू किया है।

कंपनी ने पहले ही कम लागत वाला ABMU बैग वेंटीलेटर का प्रोटोटाइप बना लिया है। 24 घंटे तक इस वेंटीलेटर के चलने का टेस्ट भी किया जा चुका है और अब इसके परफॉर्मेंस के लिए इसकी लगातार निगरानी की जा रही है। बांद में वेंटिलेटर प्रोटोटाइप को पूरी तरह से चेक करने के बाद हेल्थ एक्सपर्ट को दे दिया जाएगा। इसी के साथ कंपनी ने सर्जिकल प्रक्रियाओं के दौरान डॉक्टर्स की मदद करने के लिए इंटुबेशन बॉक्स भी बनाना शुरू किया है जो कि एडीशनल शील्ड के रूप में काम करता है।

SAVWIPL के इंजीनियर Decathlon द्वारा उपलब्ध करवाए गए Snorkelling Masks को कंपनी के प्लांट में बनाए गए 3 डी प्रिंटेड इनलेट से लैस करने के लिए भी अनूकूल कर रहे हैं। मास्क और शील्ड का इस्तेमाल आईसीयू में प्रक्रिया के दौरान और ओपीडी में कंसल्टेशन के दौरान किया जा सकता है। फेस शील्ड को दोबारा इस्तेमाल करने के लिए करीब 6-8 घंटे पहले सैनिटाइज किया जा सकता है। अब तक 9 हजार शील्ड को पहले से महाराष्ट्र के पुणे, औरंगाबाद और लातूर आदि शङर में हेल्थ केयर वर्कर्स तक पहुंचाया जा चुका है। इसी के साथ जानलेवा कोरोनावायरस से लड़ाई के लिए कंपनी ने हाल ही में यह भी ऐलान किया कि वह प्रधानमंत्री राहत कोष में योगदान दे रही है। 

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