फिएट क्रिस्लर ऑटोमोबाइल को खरीद सकता है हुंडई ग्रुप, चर्चाएं जोरों पर
ग्लोबल ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में इस बात की चर्चा जोरों पर हैं कि हुंडई ग्रुप फिएट क्रिस्लर ऑटोमोबाइल्स (एफसीए) को खरीद सकता है।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। ग्लोबल ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में इस बात की चर्चा जोरों पर हैं कि हुंडई ग्रुप फिएट क्रिस्लर ऑटोमोबाइल्स (एफसीए) को खरीद सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हुंडई ग्रुप अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने से पहले एफसीए के शेयर मूल्य कम होने का इंतजार कर रहा है। हुंडई ग्रुप में अभी हुंडई, किआ और मोबिस शामिल है, वहीं एफसीए ग्रुप में फिएट, क्रिस्लर, अल्फा रोमियो, लैंसिया, मेसारटी, आईवेको और जीप जैसे ब्रांड शामिल हैं। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब एफसीए के बिकने और विलय की खबरें आई हैं।
एफसीए ग्रुप पिछले कुछ समय से विलय के लिए देख रहे हैं। इससे पहले इस ग्रुप के जनरल मोटर्स और फॉक्सवैगन ग्रुप के साथ विलय होने की अफवाहें उड़ी थीं। ग्रुप की सबसे प्रॉफिटेबल और जानी-मानी कंपनी जीप को भी ग्रेट वॉल जैसी चीन की कंपनी से खरीदने के ऑफर मिल चुके हैं। एफसीए ग्रुप के सीईओ सर्गिओ मारकिओनी अगले साल मई में अपने पद से रिटायर होंगे। माना जा रहा है कि अधिग्रहण की यह प्रक्रिया उससे पहले शुरू हो सकती है।
कहा जा रहा है कि यह पूरी प्रक्रिया हुंडई ग्रुप में हिस्सेदारी रखने वाले इलियोट मैनेजमेंट के हेड पॉल सिंगर की देखरेख में होगी। हालांकि, अभी इस बारे में सिर्फ कयास लगाए जा रहे हैं। फिएट क्रिस्लर ऑटोमोबाइल और हुंडई ग्रुप, दोनों ने ही इस पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हुंडई और एफसीए के विलय के बाद यह रेनो-निसान-मित्सुबिशी ग्रुप, टोयोटा और फॉक्सवैगन जैसी कंपनियों को पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी ऑटोमेकर कंपनी बन जाएगी।