Move to Jagran APP

यहां एक रात में ही ओडीएफ हो जा रहे गांव, ग्रामीण भी हैं हैरान; पढ़ें स्‍वच्‍छता विभाग की कारस्‍तानी

Hazaribagh Hindi News. हजारीबाग जिले के कई गांवों में ओडीएफ बोर्ड का विरोध किया जा रहा है। कई गांवों में रात के अंधेरे में बोर्ड लगाने का काम किया जा रहा है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 08:48 AM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 10:01 AM (IST)
यहां एक रात में ही ओडीएफ हो जा रहे गांव, ग्रामीण भी हैं हैरान; पढ़ें स्‍वच्‍छता विभाग की कारस्‍तानी
यहां एक रात में ही ओडीएफ हो जा रहे गांव, ग्रामीण भी हैं हैरान; पढ़ें स्‍वच्‍छता विभाग की कारस्‍तानी

हजारीबाग, [विकास कुमार]। रात में खुले में शौच जाने वाले ग्रामीणों का गांव सुबह होते ही ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) हो जा रहा है। यह सुनकर आप चौंक गए होंगे। लेकिन 12 घंटों के अंदर ही गांव को खुले में शौच से मुक्त करने की कारस्‍तानी हजारीबाग के पेयजल स्वच्छता विभाग कर रहा है। सुबह उठने पर ग्रामीण भी हैरान और परेशान हो जा रहे हैं कि आखिरी यह कैसे संभव हो गया।

loksabha election banner

घरों में शौचालय नहीं है तो गांव के बाहर ओडीएफ का बोर्ड कैसे लग गया। विभाग बोर्ड लगाने में भारी गड़बड़ी कर रहा है। 2020 के जून माह में लगाए जाने वाले बोर्ड पर दो साल पहले 31 जुलाई 2018 की तिथि अंकित है। यहां तक कि बोर्ड भी रात में चुपके-चुपके लगाए जा रहे हैं। बोर्ड लगाने तक की भनक ग्रामीणों को नहीं लगती और गांव ओडीएफ घोषित हो जा रहा है।

कई गांवों में मुखिया तक को इसकी सूचना नही है। ऐसे में अब ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। विष्णुगढ़, टाटीझरिया, बरही में काफी संख्या में लोग विरोध कर रहे हैं। दो माह पहले तो बरही और बड़कागांव के एक पंचायत में ग्रामीणों ने बोर्ड उखाड़ कर फेंक दिया था। ऐसे गांवों की संख्या दो दर्जन से अधिक है।

बेड़म में रात में लगाया बोर्ड तो हुआ हंगामा

टाटीझरिया के डूमर पंचायत बेड़म गांव में 10 दिन पहले बिना किसी सूचना के बोर्ड लगा दिया था। जब युवकों को जानकारी मिली तो युवकों ने खूब हंगामा किया। मुखिया तक बात पहुंचाई गई लेकिन बोर्ड के बारे में मुखिया को ही जानकारी नही थी। मुखिया प्रदीप राम ने बताया कि अब भी गांव में कई घरों में शौचालय बनना है लेकिन इसके पहले ही बिना सूचना के बोर्ड लगा दिया गया।

बरायं में रात के अंधेरे में लगा बोर्ड

विष्णुगढ़ के बरायं गांव में दो दिन पूर्व रात के अंधेरे में ही ओडीएफ का बोर्ड लगा दिया गया। यहां भी ग्रामीणों ने विरोध किया। इस पंचायत की आबादी करीब 10 हजार है। मुखिया प्रतिनिधि मोहन मंडल ने बताया कि यहां 600 शौचालय की जगह आधे शौचालय बने हैं। कुछ दिन पहले हमलोगों ने सूची भी विभाग को दी है। लेकिन, बिना जानकारी के बोर्ड लगा दिया गया। गांव खुले में शौच से मुक्त नहीं हुआ है। वही इस संबंध में विष्णुगढ़ के बीडीओ संजय कुमार ने बताया कि बोर्ड लगाए जाने की सूचना उन्हें भी विभाग के द्वारा नहीं दी जाती है।

'बोर्ड लगाने की प्रक्रिया पूरी होने में समय लग गया है। वैसे गांव जहां शौचालय नहीं है उसे बनाया जाएगा। शिकायत दूर की जाएगी। सक्षम लोगों को स्वयं भी शौचालय बनाना है।' -राकेश मार्केंड, कार्यपालक अभियंता पेयजल स्वच्छता विभाग।

यह भी पढ़ें: CCL की खदानों से कोयले की खुली लूट, बिना नंबर की गाड़ियों से हो रहा काला धंधा

यह भी पढ़ें: लातेहार में 608 एटीएम के साथ फर्जी सीएसपी संचालक गिरफ्तार Latehar News


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.