कड़ाके की ठंड में कांप रहीं झारखंड की सड़कें, गिरते पारे ने निर्माण पर लगाई ब्रेक
Road Construction. तापमान कम होने के कारण पैच वर्क भी नहीं हो पा रहा है। इसके लिए आदर्श तापमान 27 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
रांची, राज्य ब्यूरो। राजधानी में गिरते तापमान से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसका असर अब सड़क निर्माण पर भी पडऩे लगा है। गिरते पारा के चलते आवंटित किए गए कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं। इसके अलावे सड़कों पर हुए गड्ढों को भी भरने में परेशानी हो रही है। कुछ रोज पहले सड़क पर भरे गए गड्ढों से गिट्टी उखडऩे लगे हैं। पथ निर्माण विभाग की ओर से मेनरोड एवं हिनू में सड़क के गड्ढों को भरा गया था, लेकिन कम तापमान होने की वजह से स्पॉट उखडऩे लगे हैं। इसको देखते हुए विभाग ने सभी कार्यों को फिलहाल बंद करने का निर्देश जारी किया है।
नए काम भी बंद : गिरते तापमान की वजह से आवंटित किए गए कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं। विभाग की ओर से मोराबादी पेरिफेरियल पथ के सतह का नवीकरण किया जाना है। इसका टेंडर के बाद कार्य भी आवंटित कर दिया गया है। लेकिन गिरते पारा ने इस काम को रोक रखा है। यह कार्य 190 लाख रुपये में होना है। इसी तरह बिरसा चौक से तुपुदाना तक भी सतह नवीकरण के लिए कार्य आवंटित कर दिया गया है।
छह डिग्री सेल्सियस पहुंचा तापमान : बारिश के बाद से ही राजधानी का पारा लगातार गिरता जा रहा है। सोमवार को न्यूनतम तापमान छह डिग्र्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, अधिकतम 23 डिग्र्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विभागीय अधिकारियों की माने तो पथ निर्माण कार्य के लिए 27 डिग्र्री सेल्सियस से अधिक का तापमान होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो सड़क कुछ दिनों बाद ही टूट जाएगी।