Move to Jagran APP

BSNL ने नेटवर्क को लेकर उपभोक्‍ताओं की बढ़ाई परेशानी, बीटीएस इंस्टालेशन का काम जारी, जल्द बहाल होगी बेहतर सेवा

रांची सहित पूरे झारखंड में पिछले एक हफ्ते से बीएसएन की सेवाएं बाधित है। नेटवर्क की समस्‍या ने लोगों को भी परेशान कर दिया है। इसे दूर करने और लोगों को अधिक सुविधा देने के लिए बीटीएस टावर इंस्टालेशन का काम किया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenPublished: Fri, 03 Feb 2023 11:18 AM (IST)Updated: Fri, 03 Feb 2023 11:18 AM (IST)
राज्‍य में बीटीएस इंस्टालेशन टावर का तेजी से चल रहा काम

कुमार गौरव, रांची। एक ओर जहां राजधानी रांची समेत पूरे राज्य के शहरी क्षेत्रों में बीएसएनएल की सेवाएं पिछले एक सप्ताह से बाधित है वहीं, दूसरी ओर बीएसएनएल के उच्च पदस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में दुरुस्त नेटवर्किंग के लिए कार्रवाई शुरु कर चुके हैं। नेटवर्क गायब रहने से आमजनों के साथ-साथ सरकारी महकमों की भी परेशानी बढ़ गई है। लगातार सिग्नल गायब रहता है जिससे लोग बीएसएनएल को भाई साहब नहीं लगेगा... जैसे उपनामों से भी पुकारने लगे हैं। यह स्थिति उस समय है जब केंद्र सरकार सरकारी उपक्रमों को दुरुस्त करने की दिशा में बड़ी बड़ी घोषणाएं कर रही हैं। लेकिन इसके बाद भी स्थिति सुधर नहीं रही है।

loksabha election banner

राज्‍य में लगाए जा रहे हजारों बीटीएस टावर

बताया जा रहा है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में पूरे राज्य में कुल 3000 बीटीएस टावर इंस्टालेशन का लक्ष्य रखा गया है। जिसके पहले चरण में 1500 बीटीएस टावर ग्रामीण क्षेत्रों में इंस्टाल कराए जा रहे हैं, जो पूरी तरह से 4जी और 5जी इनेबल्ड होंगे। इसके अलावा 800 ऐसे बीटीएस टावर हैं, जो पहले 2जी इनेबल्ड थे लेकिन अब इसे अपग्रेड कर 4जी किया जा रहा है।

बड़ी बात यह कि ये सभी बीटीएस टावर 10 किलोवाट के सोलर प्लेट से लैस होंगे ताकि राज्य के वैसे ग्रामीण क्षेत्र जहां बिजली उपलब्ध नहीं है वहां सोलर प्लेट से काम चलाया जा सके। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस साल के अंत तक राज्य के ग्रामीण क्षेत्राें में कनेक्टिविटी व काल ड्राप की समस्या नहीं रहेगी। सोलर बीटीएस को वैसे क्षेत्रों में इंस्टाल किया जाएगा जहां न तो बिजली है और न ही आने-जाने का रास्ता।

दिल्ली और मुंबई की एजेंसी को मिला है टेंडर

बता दें कि पूरे राज्य में सिग्नलिंग की समस्या को दूर करने के लिए बीएसएनएल झारखंड सर्किल ने मुंबई की दिनेश इंजीनियरिंग और नई दिल्ली की प्रताप इंजीनियरिंग को काम का ठेका सौंपा है। इन दोनों एजेंसियों को टावर इंस्टालेशन के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बीटीएस टावर की सुरक्षा व मेनटेनेंस का कार्य भी करना है। पूरे राज्य में फिलहाल बीएसएनएल के 10 लाख जबकि रांची जिले में सिर्फ 1.50 लाख मोबाइल यूजर्स हैं। जबकि 10 हजार फाइबर टू होम सर्विस के उपभोक्ता, 12 हजार लैंडलाइन के उपभोक्ता हैं जो बीएसएनएल की सेवाएं ले रहे हैं।

अन्‍य कंपनियों को ऐसे हो रहा है मुनाफा

ऐसा देखा जा रहा है कि जिन क्षेत्रों में बीएसएनएल के सिग्नल काम नहीं करते हैं वहां अन्य मोबाइल कंपनियों के आपरेटर अपनी सेवाएं धड़ल्ले से दे रहे हैं। इस कारण बीएसएनएल के उपभोक्ताओं में वृद्धि नहीं हो पा रही है। खराब सर्विस के कारण जिले में काल ड्राप की समस्या ने मोबाइल उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ा दी है। मोबाइल पर बात करते-करते अक्सर डिस्कनेक्ट हो जाता है। यही नहीं शहर से महज 10-15 किलोमीटर की दूरी पर ही नेटवर्क का टावर गायब रहने की शिकायत भी लगातार सामने आ रही है।

जल्द बेहतर होगी सेवाएं

बीएसएनएल रांची के जीएमटीडी उमेश प्रसाद साह ने कहा, राजधानी समेत पूरे राज्य में बीटीएस इंस्टालेशन का कार्य चल रहा है। इस वजह से कभी कभार सिग्नल गायब होने की शिकायत सामने आ रही है। राज्य के सभी जिलों में फिलहाल 1500 नए और 800 पुराने बीटीएस को अपग्रेड करने का कार्य चल रहा है। इन बीटीएस टावर्स के इंस्टालेशन के बाद काल ड्राप या फिर इंटरनेट के सिग्नल गायब रहने की समस्या नहीं होगी।

यह भी पढ़ें- Sahebganj: बहू के संग मिलकर बेटे ने बूढ़ी मां पर ढाया जुल्म, जमीन के टुकड़े लिये लाठी से पीट-पीटकर कर दी हत्या

 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.