कठौतिया कोल माइंस में ब्लास्टिंग की चपेट में आने से बच्चे की हुई मौत, शव के साथ धरने पर बैठे गुस्साए ग्रामीण
कठौतिया कोल माइंस में ब्लास्टिंग की चपेट में आने से सोमवार दोपहर मंजीत कुमार मेहता नाम के एक बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद स्थानीय लोगों का आक्रोश भड़क गया और माइंस में काम कर रहे कर्मचारियों को घेरकर आंदोलन शुरू कर दिया।
पलामू, संवाद सूत्र: कठौतिया कोल माइंस में ब्लास्टिंग की चपेट में आने से सोमवार दोपहर मंजीत कुमार मेहता नाम के एक बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत से स्थानीय लोगों का आक्रोश भड़क गया और माइंस में काम कर रहे कर्मचारियों को घेरकर आंदोलन शुरू कर दिया।
गुस्साए लोगों ने पुलिस पर किया पथराव
आन्दोलन में राजनीतिक दलों के लोग भी शव के साथ धरने पर बैठ गए। घटनास्थल पर पड़वा थाने की पुलिस के पहुंचने पर थोड़ी देर के लिए माहौल बिगड़ गया। घटना से गुस्साए लोगों ने पुलिस और माइंस के कर्मचारियों पर पथराव शुरू कर दिया जिससे कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। आंदोलनकारी मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे।
माइंस में गिरने से हुई मौत
कठौतिया कोल माइंस ने बघमनवा में नया खुली खदान परियोजना शुरू की है। यहां पर खनन के लिए सोमवार दोपहर ब्लास्टिंग की जा रही थी। इसी दौरान सिक्का गांव का बदेश्वर महतो का बेटा मंजीत कुमार महतो इसकी चपेट में आ गया। वह माइंस में गिर गया और उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों ने देर शाम तक खदान में कर्मचारियों को रोककर रखा
हादसे के बाद बच्चे को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने फिर से शव को लाकर घटनास्थल पर रखकर धरना देने लगे। आक्रोशित लोगों ने पुलिस और माइंस के वाहनों को निशाना बनाया। कर्मचारियों को भी खदान के अंदर देर शाम तक रोक कर रखा।
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