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चलती ट्रेन में कराई गई महिला की डिलीवरी, बाथरूम जाते वक्‍त अचानक शुरू हुआ लेबर पेन; जच्चा-बच्चा दोनों की मौत

पलामू एक्‍सप्रेस में सफर के दौरान प्रसव पीड़ा से कराहती एक महिला समेत बच्‍चे की मौत हो गई है। वह अपने पति विनोद मांझी और चार बच्‍चों के साथ बरकाकाना से अपने घर गया जिले के कुरकीहार जा रही थी। इस दौरान बाथरूम जाते वक्‍त उसे प्रसव पीड़ा होने लगी। जैसे-तैसे महिला का प्रसव तो कराया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

By Utkarsh Pandey Edited By: Arijita Sen Published: Thu, 08 Feb 2024 05:21 PM (IST)Updated: Thu, 08 Feb 2024 05:21 PM (IST)
चलती रेलगाड़ी में महिला का प्रसव, जच्चा-बच्चा की मौत।

जागरण संवाददाता, लातेहार। झारखंड में स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी के लिए खूब प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन ग्राउंड स्तर पर लापरवाही के कारण सरकारी प्रयास सफल नहीं हो रहा है और कई लोगों की जान चली जा रही है। इसकी बानगी एक बार फिर बीती रात लातेहार स्टेशन में देखने को मिली।

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पलामू एक्‍सप्रेस में सफर कर रहा था परिवार

दरअसल, रांची जिले के खलारी स्थित अनवर अंसारी के एक ईंट भट्ठे में मजदूरी का काम करने वाले दपंती विनोद मांझी व उसकी पत्नी रंजू देवी अपने चार बच्चों के साथ बरकाकाना से पटना जा रही पलामू एक्सप्रेस यात्री ट्रेन में सवार होकर अपने घर गया जिले के कुरकीहार जा रही थी।

इसी बीच लातेहार रेलवे स्टेशन पहुंचने से पूर्व महिला ट्रेन के बाथरूम में गई और वहीं उसे प्रसव पीड़ा होने लगी। कराहने की आवाज सुनने के बाद लोगों ने इसकी सूचना लातेहार के ऑन डयूटी स्टेशन मास्टर बलवंत नारायण सिंह को दी। साथ ही कुछ महिलाओं की मदद से महिला का प्रसव कराया गया।

अस्‍पताल भेजे जाने के रास्‍ते चल रही थीं दोनों की सांसें

प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों बेहोश हो गए। तभी ट्रेन लातेहार रेलवे स्टेशन पर आकर रूकी। तत्काल स्टेशन मास्टर ने मामले की नजाकत को समझकर ट्रेन को रूकवा दिया और मामले की जानकारी लातेहार स्वास्थ्य विभाग को दी और तत्काल एंबुलेंस और चिकित्सीय टीम भेजने का आग्रह किया।

स्टेशन मास्टर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को मामले की सूचना देने के आधे घंटे के बाद एंबुलेंस लेकर टीम मौके पर पहुंची और जच्चा-बच्चा को लेकर सदर अस्पताल चली गई। मौके पर जुटे रेल यात्री पवन कुमार, आशीष कुमार, नीरज कुमार समेत लोगों ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों बेहोश थे लेकिन सांसें चल रही थीं, सबने दोनों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

अस्पताल में आने के पूर्व ही कही जा रही मौत की बात

इधर सदर अस्पताल आने के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के बात कही गई। अस्पताल की ओर से जारी पत्र में लिखा हुआ कि मृतक के स्वजनों ने बताया कि चलती रेलगाड़ी में प्रसव होने के बाद एंबुलेंस और चिकित्सीय मदद के लिए देर से सूचना दी गई जिसके कारण अस्पताल आने में विलंब हुआ।

मामले की जानकारी मिलते ही तत्काल चिकित्सीय मदद के लिए विभागीय कर्मी सक्रिय हो गए थे। माैके पर तत्काल एंबुलेंस भी भेजी गई थी। विभाग की ओर से स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है- अवधेश सिंह, सिविल सर्जन लातेहार।

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