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बजरंगबली मंदिर बचाने को किया शंखनाद, आरती उतारी

अभय सिंह के नेतृत्व में महाआरती का आयोजन किया गया। पंडितों के शंखनाद के साथ आरती हुई।

By Rakesh RanjanEdited By: Updated: Sun, 11 Nov 2018 01:50 PM (IST)
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बजरंगबली मंदिर बचाने को किया शंखनाद, आरती उतारी

जमशेदपुर(जासं)। पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय जमशेदपुर के गोलमुरी में स्थित बजरंगबली मंदिर का मामला गरमाता जा रहा है। आहिस्ता-आहिस्ता यह राजनीतिक गोलबंदी की वजह से राजनीतिक मसला बनता जा रहा है। झाविमो के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह के नेतृत्व में महाआरती का आयोजन किया गया। पंडितों के शंखनाद के साथ आरती हुई। शिव चालीसा, हनुमान चालीसा, राम चालीसा के पाठ में बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी शामिल हुए।

तोड़ने की हो रही साजिश: अभय

अभय सिंह ने कहा कि यह मंदिर आस्था का प्रतीक है और इसको तोड़ने का जिस प्रकार षडयंत्र किया जा रहा है उसे सफल नहीं होने दिया जाएगा। मुख्यमंत्री इसी शहर के व्यक्ति हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन के जरिए मंदिर को स्थानांतरित करना अधर्म होगा। एक तरफ मंदिर बनाने की बात होती है तो दूसरी तरफ मंदिर तोड़ने का प्रयास किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। अभय सिंह ने कहा कि कल से पूरे शहर में हर चौक-चौराहे में महाआरती का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री को मंदिर हटाने का निर्णय वापस लेना होगा। 

मंदिर हटाने की जगह बने फ्लाईओवर

उन्होंने टाटा स्टील से मांग की कि टाटा लीज नवीकरण 2005 के तहत नागरिक सुविधा के लिए फ्लाईओवर का निर्माण करें। इस मंदिर को हटाए बिना भी कई रास्ते निकल सकते हैं। नहीं तो पूरे जमशेदपुर की जनता को एकत्र करके सड़कों पर उतरेंगे। महाआरती में शामिल लोगों ने संकल्प लिया कि मंदिर किसी भी कीमत पर नहीं टूटने दिया जाएगा।

कांग्रेस भी आई आगे, समर्थन

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने कहा कि जमशेदपुर के गोलमुरी स्थित मंदिर को भाजपा के इशारे पर प्रशासन द्वारा हटाने का प्रयास किया जा रहा है। यह बेहद संवेदनशील मामला है। कांग्रेस पार्टी मंदिर बचाने के लिए आम जनता के साथ है। सड़क जरूर चौड़ी की जाए, लेकिन मंदिर को तोड़फोड़ किए बिना। सरकार इस मामले में इंजीनियरों सलाह ले कि किस प्रकार मंदिर को बचाते हुए सड़क और गोलचक्कर का निर्माण किया जा सकता है। मामला संवेदनशील है, इसका ख्याल रखना होगा।