ब्लास्ट में उड़े पत्थर से महिला व बच्चा घायल
गढ़वा रोड-चोपन रेलखंड पर चल रहे दोहरीकरण निर्माण कार्य मे रमना स्टेशन के समीप रेल पटरियों के बीच पड़ने वाले पत्थरों को ब्लास्ट कर तोड़ने के बाद उड़े पत्थर से बगौंधा के गोसाईबाग निवासी संजय राम के 5 वर्षीय पुत्र एस कुमार तथा इसी गांव के हलकन राम की 60 वर्षीय पत्नी रजबसिया देवी गंभीर रुप से घायल हो गये।एक कुमार का जहां सिर फट गया है वहीं रजबसिया देवी के बायें पैर की हड्डी चोटिल होने के साथ-साथ तीन उंगली कट गई है।
रमना: गढ़वा रोड-चोपन रेलखंड पर चल रहे दोहरीकरण निर्माण कार्य में रमना स्टेशन के समीप रेल पटरियों के बीच पड़ने वाले पत्थरों को ब्लास्ट कर तोड़ने के बाद उड़े पत्थर से बगौंधा के गोसाईबाग निवासी संजय राम के 5 वर्षीय पुत्र एस कुमार तथा इसी गांव के हलकन राम की 60 वर्षीय पत्नी रजबसिया देवी गंभीर रुप से घायल हो गई। एस कुमार का जहां सिर फट गया है वहीं रजबसिया देवी के बायें पैर की हड्डी चोटिल होने के साथ-साथ तीन उंगली कट गई है। परिजनों ने दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रमना में इलाज के लिए भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को सदर अस्पताल गढ़वा रेफर कर दिया। जिसमे रजबसिया की हालत गंभीर बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक बारह बजे दिन में ब्लास्ट स्थल से करीब एक हजार फीट की दूरी पर रमना-विशुनपुरा मुख्य पथ के समीप एस कुमार और रजबसिया दोनों सुबह मे आग जलाने के लिए खरपतवार चुन रहे थे। इसी दरम्यान ब्लास्ट होने के बाद उड़े पत्थर के चपेट में दोनों आ गए। इस घटना के बाद दोहरीकरण के काम में लगी कंपनी के कर्मी ब्लास्ट स्थल से कंप्रेसर मशीन, ट्रैक्टर आदि सामान को हटाते हुए काम बंद कर फरार हो गए हैं। शाम पांच बजे तक इस मामले में थाना में शिकायत नहीं की गई थी।
- दैनिक जागरण ने पहले की किसी अनहोनी को लेकर किया था आगाह:
गढ़वा रोड़-चोपन रेलखंड पर चल रहे दोहरी करण कार्य में लगे कामगार सहित यात्रियों तथा राहगीरों के सुरक्षा के प्रति निर्माण कार्य कर रही कंपनी गंभीर नहीं है। जिसका खामियाजा मंगलवार को दो लोगों को भुगतना पड़ा। विदित हो कि गढ़वा रोड से चोपन तक रेलवे लाईन दोहरीकरण का काम केएन कंस्ट्रकशंस कंपनी (अनपरा, उप्र) तथा न्यू नालंदा बो¨रग एंड टूवेल्स कंपनी (पटना, बिहार) द्वारा किया जा रहा है। रमना रेलवे स्टेशन से करीब दो सौ फीट व रेल पटरियों से दस फीट की दूरी पर दोहरीकरण कार्य के बीच में पड़ने वाले पत्थरों को बारुद से ब्लास्ट कर तोड़ा जा रहा है। जिससे ब्लास्ट के बाद पत्थर दूर तक उड़ के जा रहे हैं। वही रेल पटरियों को भी नुकसान पहुंच रहा है। इस मामले को लेकर दैनिक जागरण के दो दिसंबर के अंक में खबर भी प्रकाशित की गई थी। बावजूद इसके ब्लास्ट के दरम्यान किसी प्रकार के सुरक्षा नियमों का पालन कंपनी द्वारा नहीं किया जा रहा है।