धनबाद पशुपालन विभाग से जुड़ने का सुनहरा मौका, बहाल किए जाएंगे टीकाकरण कर्मी, जानें पूरी बात
धनबाद में कुल 3.85 लाख गाय भैंस बैल बाछा और बाछी हैं। इन्हें खुरहा रोग से बचाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से इसके लिए टीकाकरण की योजना चलाई जा रही है। इसी के तहत धनबाद में मानदेय पर टीकाकरण कर्मचारी बहाल किए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, धनबाद। पशुपालन विभाग धनबाद में मानदेय पर टीकाकरण कर्मचारी बहाल किए जाएंगे। विभाग की ओर से इस संबंध में सीधी बहाली निकाली गई है। विभाग की ओर से एक पशु को टीका लगाने पर संबंधित टीकाकरण कर्मी को 5.50 रुपए मिलेंगे। कर्मचारियों को प्रशिक्षण विभाग की ओर से दिया जाएगा, जिसमें टीकाकरण के तरीके और जानवरों की निगरानी करने की जानकारी मिलेगी। इसके लिए इच्छुक युवक-युवती को जिला पशुपालन विभाग धनबाद में संपर्क करना है। दरअसल, पशुपालन विभाग में कार्यरत अनुबंध कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इस वजह से विभाग की ओर से विभिन्न टीकाकरण का काम प्रभावित हो रहा है। हड़ताल को देखते हुए अब जिला पशुपालन विभाग की ओर से मानदेय पर कर्मचारी बहाली की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
धनबाद में 3.85 लाख पशुओं को दिया जाएगा टीका
जिला पशुपालन विभाग की मानें तो धनबाद में कुल 3.85 लाख गाय, भैंस, बैल, बाछा और बाछी हैं। इन सभी पशुओं को खुरहा रोग से बचाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से इसके लिए टीकाकरण की योजना चलाई जा रही है। जिला टीकाकरण पदाधिकारी डॉ प्रवीण कुमार ने बताया कि खुरहा रोग पशुओं में बहुत ही गंभीर समस्याएं पैदा कर देती हैं। इसे गंभीर पशु खाना-पानी भी बंद कर देता है। दूध देने वाले पशु दूध देना कम कर देते हैं। समय पर इसकी पहचान और इलाज नहीं होने से जान भी जा सकती है। इससे गौ पालको को काफी घाटा होता है।
हर पंचायत में जाकर देना है टीका
डॉ प्रवीण कुमार ने बताया कि चयनित युवक-युवती को विभाग की ओर से निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके उपरांत विभाग की ओर से इन प्रशिक्षित कर्मियों को टीका उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद यह सभी कर्मी अपने अपने दिए क्षेत्र में जाकर पशुओं को टीका लगाएंगे। इसके लिए टैग भी दिया जाएगा। टीका लगाने के बाद संबंधित कर्मी को प्रति पशु 5.50 रुपए दिए जाएंगे। जो जितना टीका लगाएंगे, उन्हें उतना मानदेय मिलेगा। लक्ष्य पूरा होने के बाद संबंधित कर्मी से करार खत्म हो जाएगा।
अस्थायी नहीं, स्थायी होगी नौकरी
धनबाद में जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ प्रवीण कुमार ने कहा, कर्मियों को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। हालांकि, यह अस्थाई नौकरी नहीं है। जल्द बहाली की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। लगभग एक सौ युवक-युवती को रखा जाएगा।
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