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जीवन का सबसे बड़ा मंत्र- सत्य, अहिंसा व सदाचार Dhanbad News

हर मानव के जीवन का सबसे बड़ा मंत्र सत्य अहिंसा और सदाचार होनी चाहिए। इससे न केवल सफलता बल्कि कोई भी लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोगी बनता है। किसी भी धर्म के गुरुओं महात्मा संत सन्यासी तपस्वीबैरागगियों में ये गुण तो निश्चित रूप से पाया जाता है।

By Atul SinghEdited By: Updated: Thu, 14 Jan 2021 05:49 PM (IST)
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हर मानव के जीवन का सबसे बड़ा मंत्र सत्य, अहिंसा और सदाचार होनी चाहिए। (जागरण)

कतरास, जेएनएन: हर मानव के जीवन का सबसे बड़ा मंत्र सत्य, अहिंसा और सदाचार होनी चाहिए। इससे न केवल सफलता बल्कि कोई भी लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोगी बनता है। किसी भी धर्म के गुरुओं, महात्मा, संत, सन्यासी, तपस्वी,बैरागगियों में ये गुण तो निश्चित रूप से पाया जाता है।

यह बातें निमियाघाट से पैदल बिहार करती तीन साध्वी के साथ कोलकाता जाने के दौरान कतरास के जैन मंदिर में साध्वी माताजी सौभाग्यमती ने अपने प्रवचन के दौरान कही। उन्होंने विधायक ढुलू महतो को आर्शीवाद दिया। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा, प्रेम व सदाचार तो संतों की पूंजी है।

हर मानव को अपने आचार, विचार तथा  व्यवहार से महान होता है । सबों से शुद्ध शाकाहार, अच्छे आचरण व मधुर वचन को लेकर जीवन में अपनाने की अपील किया। इसके बाद ही मनुष्य को जीवन के जीने का सही महत्व समझ आएगा।भ हमें दूसरों को कष्ट देकर थोड़ी देर के लिए सुख मिलता होगा,  पर परम आनंद नहीं मिल सकता है । इसके लिए लोगों का सम्मान, सहयोग तथा स्नेह करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने कई बार सत्य, अहिंसा के उपदेश दी।

मौके पर समाज के मंत्री प्रदीप सेठी,  सचिव अभिलाषा काला, जय कुमार जैन,  अनिल कुमार जैन, प्रदीप पाटोदी,