मनोज यादव हत्याकांड में दो महिला समेत सात गिरफ्तार, पुलिस ने घटना के 48 घंटे के भीतर आरोपितों को धर-दबोचा
कोल कारोबारी मनोज यादव की हत्या में शामिल दो महिला समेत सात को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जिन्होंने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। विकास कुमार बजरंगी हत्याकांड का मास्टरमाइंड है जो हत्या के बाद फरार हो गया था।
जासं, धनबाद। कतरास के कैलुडीह में अवैध कोयला कारोबारी मनोज यादव की हत्या के 48 घंटे के अंदर पुलिस ने पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया है। मनोज की हत्या आपसी रंजिश के कारण हुई थी। पुलिस ने हत्याकांड के मास्टरमाइंड समेत सात आरोपितों को पकड़ा है, इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपितों के पास से पुलिस ने एक पिस्टल, दो गोली, दो खोखा, एक बाइक, नौ मोबाइल के अलावा दो लाख नगद भी बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपितों में विकास कुमार उर्फ बजरंगी, (कैलुडीह कतरास), अन्नु यादव (छाताबाद), सिद्दकी आलम उर्फ सज्जाद उर्फ आजाद, जहांआरा, सारो, मोलू उर्फ प्रकाश कुमार यादव तथा गौतम कुमार यादव शामिल हैं। सभी आरोपित कतरास के ही रहने वाले हैं।
विकास है हत्याकांड का मास्टरमाइंड
मनोज की हत्या में प्रकाश यादव व गौतम ने शूटर की भूमिका निभाई थी। मंगलवार को एसएसपी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि सभी आरोपितों ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। विकास कुमार बजरंगी हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। आपसी रंजिश में मनोज की हत्या की प्लानिंग उसी ने रची थी। विकास पूर्व में भी बमबाजी में जेल गया था। कुछ दिनों बाद जब वह छूटा तो इलाके में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए उसने अपने प्रतिद्वंदी मनोज को रास्ते से हटाने की प्लानिंग की।
हत्या के बाद विकास हुआ था फरार
उसके इस प्लानिंग में मुख्य सूत्रधार सिद्दीकी आलम था। उसी ने उस दिन मनोज को कैलुडीह बुलाया था। इस काम के लिए उसने दो महिलाएं जहांआरा व उसकी मां सारो का भी सहारा लिया था। जहांआरा मनोज को पहले से ही जानती थी। मनोज उसके घर भी आता-जाता था। हत्याकांड को अंजाम देने के लिए विकास के कहने पर अन्नु यादव व सिद्दकी को दो लाख रुपये दिए गए थे। वहीं हत्या के बाद विकास कार से बोकारो फरार हो गया था।
पुलिस कर रही है आरोपितों से पूछताछ
पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान से इस मामले का खुलासा किया। इस क्रम में उन्हें कई साक्ष्य मिले, जिसके बाद पुलिस ने आरोपितों को पकड़कर पूछताछ की, तो पूरा मामला सामने आया। एसएसपी ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए ग्रामीण एसपी रिष्मा रमेशन के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था, जिसमें बाघमारा डीएसपी, कतरास थाना प्रभारी, बैंकमोड़ समेत कई पुलिस पदाधिकारी शामिल थे।
दोनों शूटर पर पहले भी दर्ज हो चुके हैं मामले
इस कांड के मुख्य शूटर मोलू उर्फ प्रकाश यादव तथा गौतम कुमार यादव के खिलाफ पूर्व से कतरास थाने में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है। वहीं विकास कुमार उर्फ विकास बजरंगी पर बमबाजी करने का भी आरोप है। इस कांड में वह जेल भी जा चुका है।
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