रेलवे की नजर अब पटरियों पर; 29 की सुबह तक 24 घंटे निगहबानी डीआरएम कर रहे हैं मॉनिटरिंग Indian Railways
पूरी रात हुई आंधी बारिश को लेकर रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह जाने और ओवरहेड तार के ऊपर पेड़ गिरने से रेल सेवा पर असर पड़ सकता है। इंजीनियरिंग विभाग ने ट्रैक मेंटेनर को 24 घंटे रेलवे ट्रैक की निगरानी पर लगा दिया है।
धनबाद, जेएनएन : पूरी रात हुई आंधी बारिश को लेकर रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह जाने और ओवरहेड तार के ऊपर पेड़ गिरने से रेल सेवा पर असर पड़ सकता है। इसके मद्देनजर रेलवे की नजर अब पटरियों पर है। इंजीनियरिंग विभाग ने अपने पीडब्ल्यूआई और उनके अधीन काम करने वाले ट्रैक मेंटेनर को 24 घंटे रेलवे ट्रैक की निगरानी पर लगा दिया है।
29 मई की सुबह तक चौबीसों घंटे रेलवे ट्रैक की निगरानी की जाएगी। इस दौरान रेलवे ट्रैक के आसपास की देखरेख करेंगे। मिट्टी बह जाने जैसी परिस्थिति में तुरंत मिट्टी भराई होगी। रेलवे ट्रैक की आस पास की नालियों की सफाई का बंदोबस्त भी किया जा रहा है ताकि जलजमाव से रेलवे ट्रैक और सिग्नल प्रभावित ना हो।
ओवरहेड तार के ऊपर पेड़ गिर जाने से भी रेल परिचालन प्रभावित हो सकता है। इसके मद्देनजर भी पहरेदारी कराई जा रही है। कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी लगातार पीडब्ल्यूआई कर्मचारियों से संपर्क में है। संबंधित विभाग के मुखिया को अपडेट भी दिया जा रहा है।
सिग्नलिंग सिस्टम की भी हो रही जांच
रेलवे ट्रैक की निगरानी के साथ-साथ रेलवे अपने सिगनलिंग सिस्टम की भी निगरानी कर रहा है। लगातार बारिश से सिग्नल प्रभावित ना हो इसे लेकर कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी फील्ड में काम कर रहे कर्मचारियों से लगातार फीडबैक ले रहे हैं।
रेल अधिकारी ने बताया कि देर रात से हुई लगातार बारिश और आंधी से अब तक रेल मंडल में पेड़ गिरने से ओवरहेड तार टूटने या रेलवे ट्रैक के नीचे से मिट्टी बह जाने जैसी कोई घटना नहीं हुई है। बावजूद एहतियात के तौर पर 29 मई की सुबह 8:00 बजे तक 24 घंटे स्पेशल पेट्रोलिंग की व्यवस्था कराई गई है। डीआरएम खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।