ढाई साल से ड्यूटी कर रहा फर्जी रेल चालक बर्खास्त
तापस बनर्जी, धनबाद : रेलवे में फर्जी तरीके से नौकरी हथियाने और महकमे को लाखों का चून
तापस बनर्जी, धनबाद : रेलवे में फर्जी तरीके से नौकरी हथियाने और महकमे को लाखों का चूना लगाने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। इंक्वायरी के बाद धनबाद रेल मंडल के बरवाडीह में सेवारत सहायक रेल चालक मनु महाराज को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। रेलवे के विभागीय सूत्र बताते हैं कि वह तकरीबन ढाई साल तक बतौर सहायक रेल चालक ड्यूटी करता रहा और रेलवे से प्रति माह मोटी रकम भी तनख्वाह के रूप में लेता रहा।
क्या है मामला
पूर्व मध्य रेल के मुजफ्फरपुर रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) में हुई सहायक रेल चालक भर्ती परीक्षा के बाद जारी पैनल में मनु महाराज भी शामिल था। सारी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद उसकी पोस्टिंग धनबाद रेल मंडल के बरवाडीह में हुई थी। लगभग ढाई साल से ड्यूटी कर रहा था। विजिलेंस को शिकायत मिली कि वह आरआरबी की परीक्षा में सम्मिलित ही नहीं हुआ था। शिकायत के आधार पर इंक्वायरी शुरू हुई जहां मामला सही पाया गया।
फिंगर प्रिंट और दस्तखत ने खोली पोल
विजिलेंस इंक्वायरी के दौरान सहायक रेल चालक के फिंगर प्रिंट और दस्तखत का मिलान किया गया। विशेषज्ञों ने इसकी छानबीन में गड़बड़ी पकड़ ली।
परीक्षा किसी और ने दी, नौकरी किसी और को मिली
सहायक रेल चालक आरआरबी की परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुआ था और किसी दूसरे ने उसके बदले परीक्षा दी थी। इंक्वायारी के दौरान सहायक रेल चालक के फिंगर प्रिंट और दस्तखत का मिलान किया गया, जिसमें यह खुलासा भी हो गया।
मंडल स्तरीय इंक्वायरी के बाद सहायक चालक बर्खास्त
आरआरबी में फर्जीवाड़ा को लेकर धनबाद रेल मंडल को जांच के आदेश दिए गए थे। मंडल स्तर पर इंक्वायरी हुई, जिसके बाद दोषी सहायक चालक को बर्खास्त कर दिया गया। --इनसेट--
आधा दर्जन फर्जी रेलकर्मियों पर बर्खास्तगी की तलवार
धनबाद : सहायक चालक के फर्जी तरीके से ज्वाइनिंग के बाद विजिलेंस ने ढाई साल पहले हुई बहाली को लेकर पूरी कुंडली खंगाल दी है। रेलवे के कार्मिक विभाग के अनुसार, लगभग आधा दर्जन ऐसे कर्मचारी चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें बर्खास्त किया जाएगा।