Dhanbad Railway division: कोरोना काल में कोयला लोडिंग में 30 फीसद गिरावट, वर्चुअल वीसी में बोले डीआरएम-डीसी लाइन पर 75 की गति से चलेंगी ट्रेनें
Anil Mishra DRM Dhanbad नियमित ट्रेनों के पटरी पर वापस लौटने से जुड़े सवाल पर डीआरएम ने कहा कि रेलवे बोर्ड स्तर पर नियमित फीडबैक लिए जा रहे हैं।अभी ट्रेन परिचालन सामान्य नहीं होगा।
धनबाद, जेएनएन। Anil Kumar Mishra DRM Dhanbad कभी भूमिगत आग की जद में आकर बंद हुए धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन (डीसी लाइन) को बंद करना पड़ा था। हालांकि बाद में जनदबाव के आगे निर्णय बदला गया। अब उसी ट्रैक पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। जी हां, रेलवे ने डीसी लाइन पर ट्रेनों की रफ़्तार 75 किमी प्रति घंटा करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस बारे में डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि इस रूट पर अभी 50 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेनें चलती हैं। फिलहाल ट्रेनें बंद हैं और इस बीच धनबाद रेल मंडल स्पीड बढ़ाने के सभी कार्य पूरे करा रहा है। जैसे ही ट्रेनों को चलाने की अनुमति मिलेगी, डीसी लाइन पर ट्रेनों को 75 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलाया जाएगा। डीआरएम ने कहा रेलखंड कि स्पीड बढ़ाने के साथ ही कुसुंडा और कतरासगढ़ स्टेशन को नए सिरे से विकसित किया जाएगा।
कतरासगढ़ रेलवे स्टेशन का होगा विकास
कतरासगढ़ काफी महत्वपूर्ण स्टेशन है। घनी आबादी वाला क्षेत्र होने के कारण यात्रियों की संख्या भी पर्याप्त है। इसके मद्देनजर कतरासगढ़ स्टेशन को आधुनिक रूप दिया जाएगा। डबल रेल लाइन, तीन प्लेटफार्म और फुट ओवरब्रिज की भी सुविधा बहाल की जाएगी। इसके लिए वर्क स्वीकृति भी मिल चुकी है। बुधवार को वर्चुअल प्रेस मीट में डीआरएम ने एक अप्रैल से अब तक किये गए काम की जानकारी साझा की। उन्होंने धनबाद मंडल में 94 किमी नई लाइन बिछाने, पूरे डिवीज़न के विद्युतीकरण होने, ई ऑफिस की शुरुआत के बारे में बताया।
कोरोना काल में पावर हाउस में कोयले की डिमांड कम
इस वित्तीय वर्ष में एक अप्रैल से अबतक तक धनबाद मंडल की लोडिंग में 30 फीसद की गिरावट आई है। डीआरएम ने बताया कोरोना काल में पावर हाउस की डिमांड कम रही। इस वजह से आपूर्ति कम हुई जिससे लोडिंग में 30% की गिरावट आ गई है। हालांकि उन्होंने दावा किया कि यह स्थिति जुलाई तक थी। अगस्त से इसमें सुधार भी हुआ है और उम्मीद है कि अब धीरे-धीरे सुधार की गाड़ी पटरी पर आएगी। कोयला लोडिंग में शॉर्टेज के मद्देनजर दूसरे विकल्प भी तलाशे गए हैं। फ्लाई ऐश समेत दूसरे सामानों की लोडिंग शुरू की गई है। लोडिंग को बढ़ावा देने के लिए कारोबारियों के लिए कई ऑफर भी दिए गए हैं। कम दूरी और अधिक दूरी के लिए छूट की सीमा भी तय की गई है।
निकट भविष्य में भी नियमित ट्रेनों के चलने की कम संभावना
नियमित ट्रेनों के पटरी पर वापस लौटने से जुड़े सवाल पर डीआरएम ने कहा कि रेलवे बोर्ड स्तर पर नियमित फीडबैक लिए जा रहे हैं और उसके अनुसार निकट भविष्य में नियमित ट्रेनों के चलने की संभावना कम है। हालांकि धनबाद रेल मंडल अपने सभी रैकों का नियमित मेंटेनेंस करता है और ट्रेन चलने की अनुमति मिलते ही तत्काल रैक उपलब्ध हो जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा ट्रेनों में भी यात्रियों की संख्या काफी कम है। कोरोना काल में अब तक यात्री आय में 106 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है।