सारठ के 250 साल पुराने परबाद काली मंदिर का एक करोड़ रुपये से होगा भव्य निर्माण, चंदे के लिए गांववाले आए आगे
गांव के लोगों का मां काली पर गहरी आस्था है। बड़े-बड़े विघ्न बाधा व संकट माता की कृपा से दूर हो गए हैं। यह मंदिर अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ है। मंदिर के भव्य निर्माण के लिए गांववाले अपनी जमीन देंगे।
संवाद सहयोगी, सारठ, (देवघर)। सारठ प्रखंड क्षेत्र में विख्यात पारबाद काली मंदिर के भव्य भवन के निर्माण को लेकर पूर्व विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह की मौजूदगी में रविवार को 15 गांव के ग्रामीणों ने बैठक की। सर्वसम्मति से मंदिर निर्माण के लिए काली मंदिर नव निर्माण समिति का गठन किया गया। समिति के अध्यक्ष मोहनानंद राय ने बताया कि ब्रिटिश काल में लगभग 250 वर्ष पूर्व पूर्वजों ने पारबाद गांव में काली मंदिर की स्थापना की थी।
निर्णय हुआ कि क्षेत्र के डिंडाकोली, तालझारी व कुकराहा मंदिर की तरह पारबाद काली मंदिर का विकास होगा। करीब चार दशक पूर्व तत्कालीन विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह के सहयोग से मंदिर के स्वरूप को बदलकर नये सिरे से मंदिर बनवाया गया। अब पुनः भव्य काली मंदिर बनेगा। बैठक में महाराष्ट्र के इंजीनियर व शिल्पकार किशन राव कांग्वे ने ग्रामीणों के समक्ष मंदिर का डिजाइन पेश किया।
एक करोड़ रुपये की लागत से बनेगा मंदिर का नया प्रांगण
सबने सर्वसम्मति से पुणे व मुंबई के बीच बने तुकाराम मंदिर के डिजाइन पर सहमति जताई। इंजीनियर ने बताया कि लगभग एक करोड़ करीब छह माह में मंदिर बन जाएगा। काली मंदिर निर्माण समिति के संरक्षक नर्सिंग राय, अध्यक्ष मोहनानंद राय आदि ने बताया कि पारबाद, गोबिंदपुर, बरमसिया, डुमरिया, बस्की, पड़रिया, बिसनपुर, धवासोल, भलुआ, श्रीडंगाल आदि गांवों की कुल देवी का मंदिर पारबाद काली मंदिर है।
लोगों ने खुद की जमीन देने पर जताई
मंदिर स्थापना के बाद से ही मां काली की कृपा से सभी खुशहाल है। बड़े-बड़े बिघ्न बाधा व संकट माता के कृपा से दूर हो गया। भव्य मंदिर निर्माण के लिए ग्रामीण बिंदेश्वरी राय, पांडव राय, निरंजन राय, पप्पू राय, अशोक राय, गौतम राय, रविंद्र राय, धनन्जय राय, नित्यानंद राय, गुमन राय, नरसिंग राय, विजय राय, परीक्षित राय, अरुण राय आदि ने अपना निजी जमीन देने पर सहमति जताई है।
मंदिर निर्माण के लिए गांव के हर घर से इकट्ठा होगा चंदा
बताया कि मंदिर निर्माण के लिए हर घर से चंदा इकट्ठा किया जायेगा। इसके लिए प्रत्येक रविवार को निर्धारित समय पर मंदिर प्रांगण में बैठक होगी। मंदिर नवनिर्माण को लेकर युवाओं में काफी उत्साह देखी जा रही है। इसको लेकर युवाओं ने बताया कि बुजुर्गों के मार्गदर्शन में भव्य मंदिर निर्माण में वे लोग हर तरह से सहयोग के लिए तैयार है। इस मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। मौके पर पूर्व विधायक उदय शंकर उर्फ चुन्ना सिंह ने कहा कि पारबाद काली मंदिर की महिमा अपरंपार है।