जेपी आंदोलनकारी की पुण्यतिथि मनी
संवाद सहयोगी मधुपुर (देवघर) शहर के बावनबीघा स्थित संवाद परिसर में रविवार को जेपी आ
संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर) : शहर के बावनबीघा स्थित संवाद परिसर में रविवार को जेपी आंदोलनकारी दिवगंत विश्वनाथ की 15वीं पुण्यतिथि मनाई गई।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उनकी तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें याद किया। मौके पर समाजसेवी घनश्याम ने कहा कि जेपी आंदोलन में आपातकाल के दौरान विश्वनाथ ने आंदोलन को सतत जारी रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चरपा और महुआडाबर आंदोलन का इलाका था। झील तालाब कर्मकांड गृह, बड़ी ठाकुरबाड़ी राम मंदिर के पास जेपी आंदोलनकारियों की बैठक होती थी। उस वक्त कई साथी जेल चले गए तो भूमिगत रहकर आंदोलन को आगे बढ़ाया गया। बाद के दिनों में सामाजिक संस्था लोक जागृति केंद्र, जुड़ाव के माध्यम से नई दुनिया बनाने का सपना देखा। बसकुप्पी कोलियरी आंदोलन, जीतपुर चीचाली के आसपास जंगल बचाओ आंदोलन, रघुनाथपुर में महाजनी उन्मूलन आंदोलन, तसर मजदूरों के अधिकार का आंदोलन में सक्रिय रहे। प्रारंभिक दिनों में कॉलेज में पढ़ते हुए स्कूल में पढ़ाने का काम किया करते थे। गांव- गांव में किसान मजदूर और महिलाओं का संगठन खड़ा किया। जल-संरक्षण संवर्धन व जैविक खेती को बढ़ावा के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे।
मौके पर कुंदन कुमार भगत, पंकज, ललिता, विनोद, श्रीकिसुन, श्यामलाल, सीमांत, सीमा, अबरार, जावेद, तृहीन पाल, धर्मेंद्र आदि ने विश्वनाथ को याद करते हुए उनकी तस्वीर पर श्रद्धांजलि अर्पित कर एक मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।