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जेपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में 1456 अभ्यर्थी रहे अनुपस्थित

जागरण संवाददाता चतरा झारखंड लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में 1456 अभ्यर्थी अनुपस्थित

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 06:53 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 06:53 PM (IST)
जेपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में 1456 अभ्यर्थी रहे अनुपस्थित

जागरण संवाददाता, चतरा : झारखंड लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में 1456 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। झारखंड लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा के लिए जिले में कुल 42 सेंटर बनाया गया था। जिसमें 7970 अभ्यर्थियों की बैठने की व्यवस्था की गई थी। लेकिन उपथिति 6514 की ही हुई। इस प्रकार 1456 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए। शांतिपूर्ण और कदाचारमुक्त परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की थी। चूंकि जेपीएससी का इस जिले में पहली बार परीक्षा हुई है। परीक्षा का केंद्र जिला मुख्यालय तक सीमित नहीं थे। बल्कि सुदूरवर्ती प्रखंड मुख्यालयों में भी परीक्षा का सेंटर बनाया गया था। परीक्षा दो पाली में संपन्न हुई। पहली पाली 10:00 बजे पूर्वाह्न से लेकर 12:00 बजे अपराह्न तक तथा दूसरी पाली 2:00 बजे से चार बजे अपराह्न तक तक चलेगी। उपायुक्त अंजली यादव व पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन स्वयं कई केंद्रों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया। निष्पक्ष एवं कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजन को लेकर डीसी ने प्रतिनियुक्त मेजिस्ट्रेट, केंद्राधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दीं थी। परीक्षा केंद्रों पर सुबह के आठ बजे से ही परीक्षार्थियों की भीड़ जुटने लगी थी। कोरोना गाइडलाइन के अनुसार परीक्षार्थियों को चेहरे पर मास्क लगाकर इंट्री दिया गया। प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिग और सेनेटाइजर अनिवार्य था। यही कारण है कि परीक्षा समय से डेढ़ घंटा पहले ही पहुंच गए थे। परीक्षा केंद्र के समीप सुबह के छह बजे से ही दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 लागू कर दिया गया था, जो शाम छह बजे तक रहा। बैठने के लिए शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया था। उप विकास आयुक्त सुनील कुमार सिंह, अपर समाहर्ता संतोष कुमार सिंह, सदर अनुमंडल पदाधिकारी मुमताज अंसारी एवं अन्य वरीय अधिकारी दोनों पाली में परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। सदर अनुमंडल पदाधिकारी मुमताज अंसारी ने बताया कि शहरी क्षेत्र के सेंटरों पर उपस्थिति 90 प्रतिशत के करीब रही। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के केंद्रों पर थोड़ी कम दिखी। परीक्षा शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से संपन्न हुई है। जिले में कमीशन की पहली बार परीक्षा हो रही थी, इसलिए थोड़ी चुनौती थी। लेकिन उसके बाद भी यहां पर शानदार आयोजन हुआ है। जिला शिक्षा पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि सभी केंद्रों पर निर्धारित समय पर परीक्षा शुरू हुई है। कहीं से कोई विलंब नहीं है।

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पहली बार चतरा में हुई कमीशन की परीक्षा

पहली बार झारखंड लोक सेवा आयोग की परीक्षा के लिए चतरा जिला में केंद्र बनाए गए। प्रारंभिक परीक्षा के लिए जिले में कुल 42 केंद्र बनाएं गए। इन केंद्रों पर अधिकांश लोकल अभ्यर्थी परीक्षा लिखें हैं। स्थानीय अभ्यर्थियों के लिए यह सुखद अनुभूति थी। यही कारण है कि वे काफी प्रसन्न थे। चूंकि परीक्षा के लिए उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ा। जिला मुख्यालय या फिर किसी प्रखंड मुख्यालय में उनका केंद्र था। सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि 42 केंद्रों में करीब आठ हजार अभ्यार्थियों की बैठने की व्यवस्था की गई थी। जिला शिक्षा अधीक्षक ने बताया कि जिला मुख्यालय के अलावा सिमरिया, टंडवा, इटखोरी, पत्थलगडा, गिद्धौर, कान्हाचट्टी, हंटरगंज एवं लावालौंग प्रखंड में केंद्र बनाया गया था।

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तीन प्रखंडों में नहीं था कोई केंद्र

प्रतापपुर, कुंदा और मयूरहंड प्रखंड में जेपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए केंद्र नहीं बनाए गए थे। जिला शिक्षा अधीक्षक ने बताया कि झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा केंद्र के लिए निर्धारित मापदंडों को उपर्युक्त तीनों प्रखंड पूरा नहीं कर रहा था। जिसके कारण वहां पर परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा कि लावालौंग प्रखंड में सिर्फ एक केंद्र बनाया गया था।


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