जम्मू-कश्मीर की सांस्कृतिक एकता की झलक छोड़ गया युवा महोत्सव
जागरण संवाददाता जम्मू स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय युवा महोत्सव
जागरण संवाददाता, जम्मू : स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय युवा महोत्सव को शुक्रवार को जम्मू में समापन हुआ। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी राष्ट्रीय युवा महोत्सव का हिस्सा बने। इस मौके पर उपराज्यपाल के सलाहकारए फारूक खान भी मौजूद रहे। टीचर्स भवन जम्मू में संपन्न हुए इस समारोह में जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों के युवाओं ने अपने क्षेत्र की कला का प्रदर्शन कर उपस्थित का मन मोह लिया। उपराज्यपाल ने उम्मीद जताई की जम्मू-कश्मीर के कलाकारों का प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न वर्गों में कई पुरस्कार जीतने में सफल रहेंगे।
इस अवसर पर बोलते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि इसका उद्देश्य देश के युवाओं को एक साथ लाने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इससे युवाओं में सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की भावना को बढ़ावा मिलेगा।
राष्ट्रीय युवा महोत्सव कोई अन्य कार्यक्रम नहीं है, बल्कि उनकी राय में त्योहार है। युवा राष्ट्र की एक प्रमुख प्रेरणा शक्ति है। इस बल को स्वीकार करते हु़ए ही राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की 70 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम आयुवर्ग के युवाओं की है। यह जनसंख्या जम्मू-कश्मीर को नई दिशा देने की क्षमता रखती है। डॉ. सलीम-उर-रहमान महानिदेशक, युवा सेवा एवं खेल विभाग ने आमंत्रित मेहमानों का धन्यवाद किया।
-------
जम्मू-कश्मीर का सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य बदल रहा
पिछले वर्ष पांच लाख से अधिक युवा खिलाड़ियों ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। जम्मू संभाग के 100 छात्रों को गुलमर्ग में स्कीइंग का प्रशिक्षण दिया गया। 200 अन्य खिलाड़ियों का जल्द प्रशिक्षित किया जाएगा। जम्मू संभाग के 10 हजार से अधिक छात्र पिछले साल अंतर जिला ट्रैकिग अभियान पर गए थे। बैक टू विलेज और माई टाउन माई प्राइड कार्यक्रमों में 44 हजार से अधिक छात्रों ने भाग लिया। उपराज्यपाल ने कहा कि यह आंकड़े खुद जम्मू-कश्मीर सरकार की युवा प्रतिभा को बढ़ावा देने के प्रयासों के बारे में बोलते हैं।