श्रीनगर, पीटीआई। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का सोमवार को जम्मू-कश्मीर में समापन हो गया। इस मौके पर श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में कांग्रेस के दिग्गज नेता समेत पूरा विपक्ष एकजुट हुआ। राहुल गांधी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए विपक्ष ने उन्हें एक उम्मीद क किरण बताया है। कई विपक्षी नेताओं ने सोमवार को राहुल गांधी के नेतृत्व की सराहना करते हुए उन्हें ''उम्मीद की किरण'' और ''देश को बचाने'' वाला व्यक्ति बताया।
श्रीनगर में भारी बर्फबारी के बीच सोमवार को पूरा विपक्ष एक मंच पर इकट्ठा हुआ। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ साथ वरिष्ठ विपक्षी चेहरे मंच पर दिखाई दिए।
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'राहुल गांधी एक उम्मीद की किरण'
सोमवार को हुई इस जनसभा में जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने भी हिस्सा लिया। इन्होंने कहा कि राहुल गांधी में "उम्मीद की किरण" दिखाई देती है।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, "राहुल जी ने कहा कि वह कश्मीर आए हैं, अपने घर। राहुल जी, यह आपका घर है। मैं उम्मीद करती हूं कि नाथूराम गोडसे की विचारधारा को अपनाते हुए कश्मीर से जो भी कुछ छीन लिया गया है, वो जल्द से जल्द कश्मीर को वापस मिल जाए।"
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 1947 में विभाजन के समय कहा था कि उन्हें जम्मू-कश्मीर में आशा की किरण दिखाई देती है। आज पूरे देश ने राहुल गांधी के रूप में उस उम्मीद की किरण को देखा है।
जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी महबूबा मुफ्ती की बातों का समर्थन किया और कहा, 'ये सच है, राहुल गांधी में एक उम्मीद दिखाई देती है, जो देश को फिर से एक करेगी। इस देश को ऐसी यात्रा की जरुरत थी। "
डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने भी राहुल गांधी की इस यात्रा को सफल बताया। उन्होंने कहा कि एमके स्टालिन ने मुझे अपनी ओर से यात्रा में शामिल होने के लिए भेजा है। शिवा ने कहा, "राहुल गांधी ने यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा किया है और हर आम नागरिक तक पहुंचकर यह संदेश दिया है कि एक नेता इस देश को बचाने के लिए उभरा है।"
आरएसपी नेता एनके प्रेमचंद्रन ने राहुल गांधी और उनके द्वारा भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से दिए संदेश पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक होने का वक्त आ गया है।
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विपक्षी दलों ने साझा किया मंच
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तृणमूल कांग्रेस, जदयू, शिवसेना, तेलुगू देशम पार्टी, नेशनल कांफ्रेंस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भाकपा, माकपा, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्षों को निमंत्रण दिया था। , हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, डीएमके, केरल कांग्रेस (एम), एमडीएमके, विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), राष्ट्रीय लोक दल, आईयूएमएल, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और जेडी (एस) को इस खास रैली में आमंत्रित किया था।
कांग्रेस के आमंत्रण को कई विपक्षी दलों ने स्वीकार किया है। पीडीपी, एनसी, सीपीआई, वीसीके, डीएमके, आईयूएमएल, झामुमो और आरएसपी के नेताओं और प्रतिनिधियों ने कड़ी सुरक्षा और भारी बर्फबारी के बीच शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित रैली में भाग लिया। इस कार्यक्रम में बसपा सांसद श्याम सिंह यादव भी शामिल हुए। वह इससे पहले राहुल गांधी के साथ दिल्ली में भी चले थे।
खराब मौसम बना रोड़ा
बता दें कि, जम्मू-कश्मीर में मौसम खराब है। सोमवार को भारी बारिश और बर्फबारी के चलते ये संभावना जताई जा रही थी कि ये जनसभा नहीं होगी, लेकिन राहुल गांधी भारी बर्फबारी में संबोधित करते नजर आए। कई विपक्षी दल खराब मौसम के चलते कांग्रेस की इस रैली में शामिल नहीं हो पाए।