Jammu Kashmir: लोगों की जिंदगी को आसान बनाने में तकनीकी संस्थानों की भूमिका अहम : सहगल
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (निट) श्रीनगर के निदेशक प्रो. राकेश सहगल ने कहा कि तकनीकी संस्थानों पर लोगों की जिंदगी को आसान बनाने के लिए काफी बड़ी जिम्मेदारी है। यह संस्थान लोगों की समस्याओं का समाधान करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (निट) श्रीनगर के निदेशक प्रो. राकेश सहगल ने कहा कि तकनीकी संस्थानों पर लोगों की जिंदगी को आसान बनाने के लिए काफी बड़ी जिम्मेदारी है। यह संस्थान लोगों की समस्याओं का समाधान करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
निट श्रीनगर में 'सेमीकंडक्टर फिजिक्स टू स्मार्ट डिवाइस टू इंटेलीजेंट ऑटोमेशन' विषय पर आयोजित पांच दिवसीय शॉर्ट टर्म कोर्स के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को सेमीकंडक्टर और उनकी एप्लीकेशन के बारे में अधिक जानकारी दी जानी चाहिए। निट ने इस सिलसिले में काफी कार्य किया है और सेंट्रल रिसर्च फैसीलिटी सेंटर स्थापित करने समेत लैब को विकसित किया है। जहां हम काफी कार्य कर सकते हैं। मुझे यकीन है कि हम मिलकर रिसर्च प्रोजेक्टों को आगे ले जाएं जिसका फायदा अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थियों को मिल सके।
इस मौके पर सेमीकंडक्टर सोसाइटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन प्रो. आरके शर्मा ने कहा कि देश में स्वस्थ के क्षेत्र में तकनीक काफी आधुनिक हो गई है और कोरोना के समय में कोविड-19 का पता लगाने के लिए एच आर सीटी स्कैन काफी अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि निट और IIT संस्थानों को मिलकर काम करना चाहिए और आधुनिक तकनीक का फायदा लोगों तक पहुंचाने के लिए आगे आना चाहिए। निट के रजिस्ट्रार प्रो. केसर बुखारी ने भी संबोधित किया। वेबीनार में 800 से अधिक प्रतिभागियों के भाग लेने की संभावना है।
आज के कार्यक्रम में 400 से अधिक प्रतिभागी वर्चुअल मोड से जुड़े। शॉर्ट टर्म कोर्स के चेयरमैन और फिजिक्स विभाग के अध्यक्ष डॉ प्रिंस ए गनई ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि कोरोना की चुनौतियों के बावजूद विभाग ऑनलाइन तरीके से कार्यक्रम आयोजित कर रहा है ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिले। डॉ सीमिन रबाव ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया।